महाराष्ट्र में रातोंरात सरकार गठन की चली कवायद को लेकर विपक्ष के चौतरफा हमले झेल रही भाजपा ने सोमवार को जवाब दिया। लोकसभा में महाराष्ट्र के मुद्दे पर विपक्ष के विरोध प्रदर्शन और लोकतंत्र की हत्या किए जाने जैसे आरोपों पर पार्टी ने पलटवार किया। हालांकि इस दौरान शरद पवार और उनकी पार्टी की आंतरिक गतिविधियों पर भाजपा ने कोई टिप्पणी नहीं की।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद भवन के गेट नंबर चार पर पत्रकारों से कांग्रेस और शिवसेना पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। रविशंकर प्रसाद ने कहा, “लोकतंत्र की हत्या किसने की, शिवसेना नेतृत्व, कांग्रेस ने। चुनाव में भाजपा और शिवसेना को जनादेश मिला था और मुख्यमंत्री के लिए देवेंद्र फडणवीस को, तो फिर किसने जनादेश को चुराया?”
महाराष्ट्र में शनिवार सुबह राकांपा नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार के सहयोग से अचानक भाजपा ने सरकार बना ली थी। सुबह आठ बजे तक फडणवीस मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री की शपथ ले ली थी। प्रारंभ में राकांपा के समर्थन से सरकार बनने की खबरें आईं, लेकिन बाद में शरद पवार ने इसे अजित पवार का निजी फैसला बताते हुए पार्टी को अलग कर लिया। इन परिस्थितियों में अब फडणवीस और अजित पवार के सामने बहुमत साबित करने की चुनौती है।