कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि मध्य प्रदेश में अगर कांग्रेस जीतती है तो व्यापम घोटाले की फ़ास्ट ट्रैक जाँच कराई जायेगी और दोषियों को सजा दिलाई जायेगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनाव प्रचार कमिटी के अध्यक्ष हैं। कांग्रेस 15 सालों से राज्य की सत्ता से बाहर है।
मध्य प्रदेश व्यावसायिक परिक्षा मंडल (व्यापम) में अवैध तरीकों से भर्ती और नंबरों की हेर फेर सम्बन्धी घोटालों दो साला पहले मध्य प्रदेश की सत्ता के गलियारे में भूचाल ला दिया था। सीबीआई इस घोटाले की जांच कर रही है और अब तक कई चार्जशीट फ़ाइल हो चुके हैं।
घोटाले के आलावा एक एक कर के आरोपियों की संदिग्ध अवस्था में मौत ने भी व्यापम को देश भर में चर्चा दिलाई।
सिंधिया ने इस बार मध्य प्रदेश में भाजपा के जीत की आशंकाओं को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इस बार पुरे प्रदेश में भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी आंधी चल रही है और इस बार कांग्रेस की जीत होगी।
राज्य में संघ पर प्रतिबन्ध के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि ‘हम किसी भी संगठन पर प्रतिबन्ध नहीं नहीं लगा रहे। हमारे घोषणा में साफ़ लिखा है कि सरकारी नियमों के अनुसार आप सरकारी कार्यालयों में किसी तरह की राजनैतिक गतिविधियां नहीं चला सकते।’
उन्होंने कहा कि ‘आप किसी भी राजनितिक संगठन में विश्वास करने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन आप सरकारी कार्यालय में अपने राजनितिक एजेंडा को चलाने के लिए स्वतंत्र नहीं है। हमारे और भाजपा में यही फर्क है कि हम नियम क़ानून मानते हैं और वो नहीं।’
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवम्बर को वोट डाले जाएंगे। राज्य में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 2003 से लगातार सत्ता में है और इस बार कांग्रेस को अपनी वापसी की उम्मीद है। चुनाव पूर्व सर्वे में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर संभावना जताई जा रही है।