नागरिकता संशोधन विधेयक पर असम के लोगों को प्रधानमंत्री की तरफ से ट्विटर के जरिए आश्वस्त किए जाने पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर आश्चर्य जताया कि प्रधानमंत्री संदेश आखिर असम के लोगों तक कैसे पहुंचेगा, जब राज्य में इंटरनेट सेवा ही बंद कर दी गई है।
कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा है, “मोदी जी हमारे असम के भाई-बहन आपका ‘आश्वासन देने वाला संदेश’ नहीं पढ़ सकते हैं। शायद आप भूल गए हैं कि उनके इंटरनेट बंद कर दिए गए हैं।”
संसद में सीएबी पारित होने के बाद असम में भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने ट्विटर के जरिए राज्य के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने अंग्रेजी और असमी दोनों भाषाओं में ट्वीट किया।
उन्होंने पोस्ट में लिखा, “मैं अपने असम के भाई बहनों को आश्वासन देना चाहता हूं कि सीएबी (नागरिक संशोधन विधेयक) के पास होने से उन्हें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। कोई आपके अधिकार, पहचान और प्यारी संस्कृति को नहीं छीन सकता है। यह ऐसे ही पनपती और बढ़ती रहेगी।”
सोशल मीडिया का इस्तेमाल दुष्प्रचार के लिए न किया जा सके, इसलिए एहतियातन असम के 10 जिलों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। गुवाहाटी नागरिकता संशोधन विधेक के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों का केंद्र बन गया है, जिसके चलते असम सरकार को शहर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाना पड़ा है।
लोकसभा में सोमवार मध्य रात्रि को पास हुआ विधेयक, बुधवार रात राज्यसभा से भी पास हो गया है। इसके बाद विरोध प्रदर्शन और उग्र हो गए, जिसे देखते हुए सरकार को इस प्रकार के कदम उठाने पड़े।