कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने गोड्डा संसदीय सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की पार्टी से अनुमति मांगी है।
झारखंड के विपक्षी महागठबंधन ने गोड्डा से झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) के प्रदीप यादव को उम्मीदवार बनाया है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो बार के मौजूदा सांसद निशिकांत दुबे से मुकाबला करेंगे।
अंसारी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, “गोड्डा से महागठबंधन का उम्मीदवार कमजोर है। वह भाजपा को पराजित नहीं कर सकते। इस क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि मैं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप चुनाव लड़ूं। यदि मेरी पार्टी मुझे चुनाव चिन्ह नहीं दे सकती तो उसे गोड्डा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की अनुमति तो दे देनी चाहिए।”
अंसारी इस सीट से 2004 में निर्वाचित हुए थे, और 2014 में दुबे से चुनाव हार गए थे, और दूसरे स्थान पर रहे थे। यादव तीसरे स्थान पर थे।
अंसारी ने कहा, “न सिर्फ मुस्लिम, बल्कि समाज के हर वर्ग के लोग चाहते हैं कि मैं गोड्डा से चुनाव लड़ूं।”
उन्होंने कहा, “मैंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सूचित कर दिया है कि क्षेत्र के लोग भाजपा या महागठबंधन के उम्मीदवार को नहीं चाहते। गठबंधन उम्मीदवार की कोई अच्छी छवि नहीं है।”
अंसारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं ने उन्हें सोमवार को दिल्ली बुलाया है।
झारखंड के विपक्षी महागठबंधन में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), राष्ट्रीय जनता दल राजद और (जेवीएम-पी) शामिल हैं।
राज्य में 14 लोकसभा सीटों के लिए हुए चुनाव पूर्व सीट बंटवारे के अनुसार, कांग्रेस को सात, झामुमो को चार, जेवीएम-पी को दो और राजद को एक सीट मिली है। गोड्डा जेवीएम-पी के खाते में गई है।