रतलाम, 13 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां एक बार फिर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस को भारत माता की जय से दिक्कत है, मगर उन्हें मुझे (मोदी) गाली देने में खुशी होती है। उन्होंने कहा कि अब जनता को तय करना है कि देश गाली भक्ति से चलेगा या राष्ट्रभक्ति से।
रतलाम में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित एक सभा में मोदी ने कांग्रेस की रीति-नीति और क्रिया-कलापों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “देश में बोफोर्स घोटाला हुआ, पनडुब्बी घोटाला, हेलिकॉप्टर घोटाला, टू जी घोटाला और उनसे इस पर सवाल करो तो जवाब मिलता है, ‘हुआ तो हुआ’।”
ज्ञात हो कि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने वर्ष 1984 के सिख दंगों को लेकर कहा था ‘हुआ तो हुआ’। मोदी ने इसका कई बार जिक्र किया और हर मामले को इसी से जोड़ने की कोशिश की।
मोदी ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा के लिए गलत नीति अपनाने और वर्तमान सरकार के काल में भारत की ओर से पाकिस्तान को दिए गए जवाब पर कहा, “इनके राज में हमारे सपूतों को बुलेट प्रूफ जैकेट तक नहीं मिल पाती था। आतंकी, नक्सली हमलों में हमारे वीर साथी अपनी जान गंवा देते थे और ये लोग कहते थे ‘हुआ तो हुआ’।”
पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुए आतंकी हमलों और हिंदू आतंकवाद का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस के नामदारों की गलत नीतियों के कारण देश भर में आए दिन बम विस्फोट होते थे। बम फोड़ने वालों के तार सीमा पर पाकिस्तान तक जाते थे। इन लोगों ने इस दौरान हिंदू आतंकवाद का नया शिगूफा गढ़ दिया। हमारी महान परंपरा को बदनाम करने की कांग्रेस की जबरदस्त साजिश के कारण ही असली आतंकी बचते रहे और निर्दोषों का खून बहाते रहे। यही कारण है कि अब कांग्रेस आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात करने से डरती है।”
मोदी ने आईएनएस विराट पर राजीव गांधी द्वारा कथित तौर पर छुट्टियां मनाने का जिक्र नाम लिए बगैर किया और कहा, “देश के नामदार परिवार के लोग युद्घ पोत का पिकनिक मनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, और जब सवाल उठते है तो निर्लज्ज होकर बगैर डर के कहते हैं, ‘हुआ तो हुआ’। ये तीन शब्द नहीं हैं, यह कांग्रेस की विचारधारा है, कांग्रेस का अहंकार है।”
भोपाल गैस त्रासदी को लेकर भी मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार और राजगढ़ संसदीय क्षेत्र के मतदाता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा मतदान न किए जाने का जिक्र करते हुए कहा, “देश लोकतंत्र का पर्व मना रहा है, लोग अपना प्रतिनिधि चुन रहे हैं। मैं खुद अहमदबाद गया था वोट डालने, राष्ट्रपति भी कतार में खड़े थे, मगर दिग्गी राजा को न तो लोकतंत्र की चिंता थी, न अपने कत्र्तव्य की चिंता थी, न तो मताधिकार की चिंता थी। उन्हें तो अपनी चिंता थी। कल रो रहे थे। इसलिए वोट डालने की जरूरत भी नहीं समझी। उनकी यहां के मुख्यमंत्री से खींचातान हो सकती है, उम्मीदवार पसंद न हो, फिर भी मतदान केंद्र में अंदर तो जाना था।”
मोदी ने कहा, “आपको तो जाकिर नाईक से डर नहीं लगता, फिर अपने क्षेत्र के लोगों से क्यों डर लगता है। नई पीढ़ी को क्या शिक्षा दे रहे हैं, बहुत बड़ा पाप किया है, दिग्गी राजा ने।”
आदिवासी बहुल इलाके रतलाम में कांग्रेस पर आदिवासियों के लिए कुछ भी न करने का आरोप लगाते हुए कहा, “चार पीढ़ियां प्रधानमंत्री रहीं, मगर उनके चश्में मे आदिवासी नजर नहीं आया। अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री बनने पर आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया।”
मालवा अंचल में रतलाम सहित आठ सीटों पर अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है। राज्य की 29 सीटों में से 21 सीटों पर बीते तीन चरणों में मतदान हो चुका है।