सोमवार को कांग्रेस सूत्रों ने इस बात का खुलासा किया कि कांग्रेस पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने पंजाब सरकार को कहा है कि वो हाल के दिनों में नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा दिए गए विवादास्पद बयानों पर नरम रुख दिखाए। सिद्धू के कुछ बयान अमरिंदर सरकार को पसंद नहीं आये थे।
करतारपुर कॉरिडोर के लिए पकिस्तान की यात्रा पर जाने के बाद सिद्धू विपक्ष के निशाने पर थे उसके बाद उन्होंने ये कह कर अपनी ही पार्टी में घमासान मचा दिया कि राहुल गाँधी उनके कैप्टन है। उनका ये बयान कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ माना गया और पंजाब सरकार के कुछ मंत्री सिद्धू को कैबिनेट से निकालने की मांग करने लगे।
अब विवाद बढ़ता देख कांग्रेस के आलाकमान ने पंजाब सरकार को सन्देश भिजवाया है कि सिद्धू के प्रति नरम रुख दिखाया जाए। सिद्धू इस वक़्त तेलंगाना और राजस्थान में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।
पंजाब कैबिनेट ने सोमवार को एक मीटिंग रखा था लेकिन चुनाव प्रचार में व्यस्त होने की वजह से सिद्धू इसमें हिस्सा नहीं ले पाने के आसार हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच के विवादों पर भी चर्चा होने के आसार है।
छः महीनों में दूसरी बार पाकिस्तान यात्रा पर गए सिद्धू उस वक़्त विवादों में घिर गए जब उन्होंने एक खालिस्तान समर्थक होपाल चाँद चावला के साथ खड़े हो कर फोटो खिचवा लिया। इसके लिए विपक्षी भाजपा और अकाली दल ने सिद्धू को आड़े हाथों लिया और आलोचना की।
आलोचना के बाद सिद्धू ने साथ में खड़े चावला को पहचानने से इनकार कर दिया। जब उनसे पूछा गया कि वो पाकिस्तान क्यों गए जबकि अमरिंदर सिंह ने आतंकवाद का हवाला दे कर वहां जाने से इनकार कर दिया था तो उन्होंने कहा उनके कैप्टन के कैप्टन राहुल गाँधी है और वो उनके कहने पर पाकिस्तान गए।