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    नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के खिलाफ बुधवार को युवा कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ 24 घंटे के बुलाए गए बंद का गुरुवार को आंशिक असर रहा। पुलिस ने पश्चिम त्रिपुरा व सिपाहीजाला जिले से सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।

    अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने कहा कि त्रिपुरा में गुरुवार को कहीं भी कोई घटना नहीं हुई।

    सिंह ने आईएएनएस से कहा, “स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण व सामान्य बनी हुई है।”

    सरकारी कार्यालयों, बैंकों में उपस्थिति सामान्य के करीब है, जबकि कुछ जगहों पर शैक्षिक संस्थान खुले हैं और कुछ जगहों पर बंद हैं। दुकानें, बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान आंशिक रूप से खुले हैं। ज्यादातर निजी व यात्री वाहन सड़कों से दूर रहे।

    नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) ने बहुत सी ट्रेनों को रद्द कर दिया है या उनके समय में परिवर्तन किया है। इन ट्रेनों में हमसफर एक्सप्रेस व कंचनजंघा एक्सप्रेस के समय में सोमवार से बदलाव किया गया। एनएफआर, पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के अलावा बिहार व पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ट्रेन का संचालन करता है।

    एनएफआर ने त्रिपुरा में गुरुवार को किसी ट्रेन का संचालन नहीं किया।

    भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर अपने अधिकारियों व कर्मचारियों को कार्यालयों में मौजूद रहने और सामान्य स्थिति बनाए रखने को कहा है।

    त्रिपुरा प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पूजन बिस्वास ने कहा कि राजधानी में बुधवार को पुलिस ने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर अकारण लाठीचार्ज किया।

    बिस्वास ने कहा, “पुलिस के लाठीचार्ज के खिलाफ हमने गुरुवार को पूरे त्रिपुरा में 24 घंटे के बंद का आह्वान किया। हड़ताल समग्र रूप से सफल रहा।”

    त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस एडहॉक कमेटी के चेयरमैन पीयूष बिस्वास ने कहा कि महिलाओं व कुछ पत्रकारों सहित पार्टी के सात कार्यकर्ता लाठीचार्ज में घायल हुए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोपाल रॉय ने कहा कि पुलिस व दूसरे सुरक्षा बलों ने सरकार के इशारे पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की।

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