प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस कभी भी गठबंधन के भरोसे पर खरा नहीं उतरी है, और यह पार्टी अपने मतलब के लिए गठबंधन और जनादेश का उपयोग करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने हित के लिए अपने सहयोगियों को कठपुतली की तरह उपयोग करती है।
मोदी ने कर्नाटक से आ रहे उपुचनाव परिणाम की चर्चा करते हुए कहा कि “वहां के लोगों ने कांग्रेस के कारनामे का जवाब ‘कमल’ के निशान पर बटन दबाकर दे दिया है। कर्नाटक ने कह दिया है कि कांग्रेस अब लोगों से विश्वासघात नहीं कर पाएगी।”
उन्होंने कहा, “यह पूरे देश के लिए संदेश है कि कोई जनता के पीठ में छुरा घोंपेगा, मौका मिलते ही जनता उसे पूरी सजा देगी। जनता ने जो नई ताकत दी है, उसके लिए जनता-जनार्दन का आभार।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “कहा जाता था कि दक्षिण में भाजपा कमजोर है, वहां उपचुनाव के परिणाम आ रहे हैं। जनता के मैंडेट को पिछले दरवाजे से छीनने वालों को कर्नाटक के मतदाताओं ने लोकतांत्रिक तरीके से पूरी तरह उनके मंसूबे को ध्वस्त कर दिया है।”
झारखंड के हजारीबाग के बरही में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “हमारी राजनीति परिवार और स्वार्थ के लिए नहीं है। हमारी राजनीति झारखंड के विकास के लिए है।”
उन्होंने लंबे समय तक चले राममंदिर भूमि विवाद के लिए भी कांग्रेस को दोषी बताते हुए कहा, “कांग्रेस ने अपने वोटबैंक के लिए इस मामले को इतने दिनों तक लटकाए रखा। अब जब भाजपा की सरकार बहुमत के साथ आई तब इस पर भी फैसला हो गया।”
मोदी ने कहा, “दशकों तक देश में यह मांग उठती रही कि झारखंड और देश के करोड़ों ओबीसी परिवारों के हितों की सुरक्षा के लिए ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया जाए। लेकिन कांग्रेस और उसके साथियों ने पिछड़ों के हितों को बचाने वाला यह काम न किया, और न ही होने दिया। भाजपा सरकार ने यह भी काम किया।”
भाजपा सरकार की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जिस झारखंड को कांग्रेस और उसके साथियों की उपेक्षा और गलत नीतियों ने नक्सलवाद की तरफ धकेला, उसको भाजपा ने आज शांति और विकास की तरफ अग्रसर किया है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी गठबंधन के भरोसे पर खरा नहीं उतरी है, और यह अपने मतलब के लिए गठबंधन और जनादेश का उपयोग करती है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस और उसके साथियों को सिर्फ सत्ता का लोभ है। उनके पास बड़े और कड़े फैसले लेने का न तो साहस है, न ही संवेदनशीलता। भाजपा के लिए राष्ट्रहित सबसे ऊपर है। यही कारण है कि बीते पांच वर्षों में अभूतपूर्व काम हुए हैं।”