छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत योगी की पत्नी डॉ रेनू को अपने आखिरी लिस्ट में भी टिकट नहीं दिया। गुरवार को जारी हुई पार्टी की पांचवी और आखिरी लिस्ट में भी जब डॉ रेनू का नाम नहीं था तो रेनू पाला बदलकर अपने पति की पार्टी जनता कांग्रेस में शामिल हो गईं।
पेशे से डॉक्टर, रेनू कोटा विधानसभा से विधायक हैं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर 3 बार चुनाव जीता है जिसमे एक उपचुनाव भी शामिल है। कांग्रेस ने कोटा से उनकी जगह पर विभोर सिंह को मैदान में उतारा है।
आखिरी लिस्ट जारी होने के बाद डॉ रेनू ने UPA की संयोजक सोनिया गाँधी को चिट्ठी लिख कर अपना दुःख जाहिर किया। उन्होंने खुद को एक समर्पित कांग्रेस कार्यकरता बताते हुए कहा पति के पार्टी छोड़ के जाने के बाद उन्होंने व्यक्तिगत हमलों का सामना किया इसके बावजूद वो पूरी निष्ठा के साथ पार्टी से जुडी रही।
दो साल पहले जब अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी का गठन किया था तब उनकी पत्नी रेनू के राजनितिक भविष्य के बारे में अटकलें लगनी शुरू हो गई थी लेकिन उन्होंने सबको चौंकाते हुए कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जताते हुए पार्टी में ही रही और टिकट हासिल किया।
कांग्रेस ने ना सिर्फ उन्हें टिकट देने से मना कर दिया बल्कि गुरुवार को आखिरी वक़्त में उन्हें इस बारे में बताया गया। शुक्रवार नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि ‘अपने समर्थकों से बात करने के बाद वो कोई निर्णय लेंगी और शुक्रवार को तय करेंगी कि आगे क्या करना है?’ लेकिन गुरुवार को ही उन्होंने अपने पति अजित जोगी की पार्टी ज्वाइन कर लिया और अब वो जनता कांग्रेस के टिकट पर कोटा से उम्मीदवार हैं।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में अच्छी दखल रखने वाल जोगी परिवार की बहु रिचा बहुजन सामज पार्टी के टिकट पर अकलतारा से चुनाव लड़ रही हैं।
इस बार छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण के लिए वोटिंग 12 नवम्बर को है जबकि दुसरे चरण के लिए 20 नवम्बर को वोट डाले जाएंगे। चुनाव परिणाम 11 दिसंबर को घोषित किया जाएगा।