कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच राहुल गांधी के स्वर्ण मंदिर दौरे के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर देखने को मिला। जहां एक ओर सत्तारूढ़ पार्टी ने गांधी से ऑपरेशन ब्लू स्टार के लिए माफ़ी मांगने को कहा, वही दूसरी ओर से कांग्रेस ने अकाली दल पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ, शुक्रवार देर रात को स्वर्ण मंदिर गए। वह जलियांवाला बाग हत्याकांड की सौवी बरसी पर अमृतसर गए थे।
राहुल की यह यात्रा केवल राजनीतिक लाभ हासिल करना हैं। शिरोमणी अकाली दल की नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भटींडा में कहा उन्हें 1984 ऑपरेशन ब्लू स्टार के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।
Pb CM @capt_amarinder took @RahulGandhi to Sri Akal Takht Sahib but lacked courage to ask him admit the @INCIndia's sin of demolishing Sikhs' highest religio-temporal seat with tanks & mortars. What a contrast with demand for British apology for #JallianwalaBaghMassacre !
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) April 13, 2019
भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे आतंकवादियों को हटाने के लिए जून 1984 ऑपरेशन ब्लयू स्टार चलाया था। बादल ने सिख धर्मस्थल पर हमले लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया, जिसे हरमंदिर साहिब के नाम से जाना जाता हैं।
उन्होंने कहा, पंजाब के मुख्यमंत्री को हरमंदिर साहिब पर हुए हमले के लिए राहुल गांधी से माफ़ी मांगने के लिए कहना चाहिए। उनकी इस टिप्पणी पर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया आई हैं।
Did you, your husband @officeofssbadal or his father, Prakash Singh Badal, ever apologise for your great grandfather, Sardar Sunder Singh Majithia’s lavish dinner to Gen Dyer on the day of the Jallianwala Bagh massacre? He was later knighted in 1926 for his loyalty and his deeds. https://t.co/SMNwbivbnR
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) April 13, 2019
अमरिंदर सिंह ने भी ट्वीट कर कहा, क्या आपने अपने पति या उनके पिता प्रकाश सिंह बादल ने कभी जलियांवाला बाग नरसंहार वाले दिन आपके परदादा सरदार सुंदर सिंह मजीठिया के जनरल डायर के साथ शानदार रात्रीभोज के लिए मांफी मांगी? उन्हे बाद में उनकी वफादारी के लिए उपाधि दी गई।
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख सुनील जाखड़ ने भी अकालियों पर निशाना साधा और आरोप लगाया और कहा कि अकाली दल की छोटी सोच हैं और वह ओछी राजनीति करते हैं।
अप्रैल 1919 में बैसाखी के दिन जलियांवाला बाग नरसंहार हुआ था। कर्नल डायर की कमान में ब्रिटिश भारतीय सेना ने स्वतंत्रता समर्थक प्रदर्शन के दौरान भीड़ पर मशीनगनोंं से गोलीबारी की थी, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।