सेना ने 1971 के युद्ध के शहीदों की विधवाओं और परिवारों का सम्मान करते हुए सोमवार को कश्मीर में विजय दिवस मनाया। श्रीनगर के बदामी बाग छावनी स्थित सेना के 15 कोर मुख्यालय में एक समारोह आयोजित किया गया।
समारोह की शुरुआत लेफ्टिनेंट जनरल के. जे. एस. ढिल्लों द्वारा छावनी में युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण के साथ हुई।
वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों ने युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
कॉर्प्स कमांडर ने उन सैनिकों के परिवारों को सम्मानित किया, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
ढिल्लों ने कहा, “2019 का साल शहीद हुए सैनिकों के परिजनों के लिए समर्पित है। मैं 1971 के युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिवारों को अपनी श्रद्धांजलि देना चाहता हूं।”
सम्मानित होने वालों में शहीद सैनिक गुलाम मोहम्मद डार की विधवा खतीजा भी थीं। उन्होंने इस दौरान कहा कि सेना उनका साथ दे रही है।
खतीजा ने कहा, “मेरा बेटा बेरोजगार है, मुझे उम्मीद है कि सेना उसे नौकरी खोजने में मदद करेगी।”
कुपवाड़ा के बशीर अहमद खान के पिता नायब सूबेदार मोहम्मद सुल्तान खान की युद्ध के दौरान कारगिल क्षेत्र में मृत्यु हो गई थी। बशीर ने कहा कि यह बहुत गर्व का क्षण है।
उन्होंने कहा, “हमारे पिता ने देश की सेवा की। मुझे आज अपने पिता के बलिदान पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है।”