कश्मीर का मामला किसी न किसी वजह से मीडिया में छाया ही रहता है। भारत के सबसे सुंदर जगहों में से एक कश्मीर की अपनी ही कई गंभीर समस्याएं है। आजादी के बाद से कितनी ही सरकार आयी और चली गयी, लेकिन कश्मीर की हालत में कोई बदलाव नहीं हुआ।
उलटे हालात और भी ज्यादा बदत्तर होते चले गए। कितने ही प्रयास किये गए वहां के हालातों को ठीक करने के लिए, लेकिन सब व्यर्थ साबित हुए। अब इस बार मोदी सरकार ने वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा को इस मामले पर बातचीत के लिए श्रीनगर भेजा है। वो अपने बातचीत में कितने कामयाब होंगे ये तो नहीं पता लेकिन कश्मीर में उनके आते ही राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है।
कांग्रेस कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला आज कश्मीर मुद्दे पर मोदी सरकार पर जमकर बरसी। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर को लेकर मोदी सरकार गंभीर नहीं है। ये आरोप उन्होंने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान लगाए। अपने बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार को साफ़ करना चाइए कि वार्ताकार शर्मा जी के कार्य क्षेत्र और अधिकार क्षेत्र कोन-कोन से है।
सुरजेवाला ने कहा कि वो बातचीत के बिलकुल खिलाफ नहीं है। और इस बात का भी समर्थन करती है कि कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए बातचीत होनी चाइए। लेकिन सरकार को ये साफ़ करना चाइए कि ये बातचित किस स्तर कि है, तथा इस बातचीत का अधिकार क्षेत्र क्या है।
उन्होंने सरकार को घेरते हुए ये इल्जाम लगाया है कि सरकार को बताना चाइए कि वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा की भूमिका क्या है। कश्मीर पर होने वाले, वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा के बातचीत को खोखला बताते हुए उन्होंने पूछा कि किस तरह की बातचीत होने जा रही है, जिसमे पक्षकारो को परिभाषित ही नहीं किया गया है। सुरजेवाला ने कि इस बातचीत का लक्ष्य फोटो खिंचवाना भर है