पाकिस्तान ने रविवार को जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति पर भारत के उप उच्चायोग गौरव आलुवालिया को तलब किया है। भारत ने जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य के दर्जे को हटा लिया था। इस दिन की शुरुआत में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “जम्मू कश्मीर में स्थिति के सामान्य होने के भारत के नाटक को हम सिरे से खारिज करते है।
भारत की सरकार के ऐतिहासिक कदम से पाकिस्तान हैरत में चला गया था इस्लामाबाद ने राजनयिक तरीके से भारत के कदम की मुखालफत की थी और इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दखल की मांग की थी। भारत ने पाक के इस कदम का विरोध किया था।
अंतरराष्ट्रीय मंचो पर पाकिस्तान ने खुद को पूरी तरह अलग थलग पाया था। सुरक्षा परिषद् ने भी पाकिस्तान को झटका दिया था। रूस, फ्रांस और अमेरिका जैसे देशो ने भारत के फैसले का समर्थन किया था। भारत ने निरंतर यह कहा है कि “जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को सच्चाई को स्वीकारने की सलाह भी दी है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के 42 वें सत्र में शाह महमूद कुरैशी कश्मीर मामले को उठाएंगे। कश्मीर मुद्दे का पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की कोशिशो में जुटा हुआ है।
भारत ने जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य के दर्जे को हटा दिया था और इसके बाद दोनों देशो के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। हाल ही में दो अरब राजनयिक सऊदी के मंत्री आदेल बिन अहमद अल जुबैर और यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्लाह बिन जायेद अल नहयान इस्लामाबाद आने के लिए एक ही विमान में यात्रा की थी।