अजमेर शरीफ के चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष हाजी सैयद सलमान चिश्ती में कहा कि “कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, इसे लेकर किसी अगर-मगर का सवाल नहीं है। कश्मीर भारत का हमेशा अंदरूनी हिस्सा रहा है इअमे किसी किन्तु या परन्तु का कोई सवाल नहीं उठता।”
उन्होंने कहा कि “कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां के लोगों को भविष्य संवारने और खुशहाल जीवन जीने का अवसर मिला है। ऐसे में हर कश्मीरी को आगे आना चाहिए और अपना योगदान देना चाहिए।” चिश्ती ने यह बात यूनिवर्सिटी ऑफ जेनेवा में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही थी।
हाजी सैयद सलमान चिस्ती अजमेर शरीफ के “सैयद ओ सद्दत और चिस्ती सूफी परिवार” से हैं। अनुच्छेद 370 और 35 ए को निष्प्रभावी करने पर गलत जानकारी फ़ैलाने पर पाकिस्तान की आलोचना की थी। अध्यात्मिक नेता ने कहा कि “पाकिस्तान के खुद के विचार है। उनकी अपनी भाषा है जिसका वह इस्तेमाल करते हैं और और जो वह कश्मीर के 8 या 9 करोड़ मुस्लिमो के बारे में सोचते हैं उसका स्पष्टीकरण करना है।”
उन्होंने कहा कि “जब वह इन आंकड़ो को रखते हैं तो क्या वह भारत में 18 करोड़ मुस्लिमो को भूल जाते हैं जो शांतिपूर्ण और खुशहाली से सैकड़ो सालो से भारत की समृद्धि में योगदान दे रहे हैं। यह उनकी अंधापन है जो उन्हें समस्त भारत की तस्वीर देखने से रोकता है।”
उन्होंने कहा कि “जम्मू कश्मीर के लोगो का भविष्य उज्जवल है। कश्मीरी जानते है कि भारत से अच्छा उनके बच्चो का भविष्य कही और नहीं हो सकता है। कश्मीर सूफी संतो की सरजमीं है। कश्मीर को हमेशा संतो की घाटी के नाम से जाना जाता है। सूफी, ऋषि और भक्ति परम्परा बेहद अभिन्न है। आज भही आप देखेंगे की कश्मीर से काफी लोग अजमेर शरीफ की दरगाह आते हैं। वे हमें ऋषि कहकर संबोधित करते है, वे सैयद साहब या हद्रत जसी अल्फाजो का इस्तेमाल नहीं करते हैं। वह हमें ऋषि कहकर पुकारते हैं।”
चिस्ती ने कहा कि “कश्मीर की खूबसूरती सैकड़ो सालो से बरक़रार है और इसके कश्मीर से छिना नहीं जा सकता है। लोग कश्मीरी होने के मूल्य को समझते हैं और रोजाना की जिंदगियो की इन परम्पराओं पर यकीन करते हैं जो उन्हें अपने पुरखो से विरासत में मिला है और यही असल कश्मीरियत है।”
केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को कमजोर करते हुए कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करते हुए केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है। इसके बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और भारत के खिलाफ भड़ाकाऊ बयानबाजी कर रहा है।