संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद बिन सुलतान अल नहयान और सऊदी अरब के विदेश मंत्री आदेल बिन अहमद अल जुबैर बुधवार को पाकिस्तान पंहुच गए हैं और वह कश्मीर के मामले पर चर्चा करेंगे। पक्सितन इस मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की कोशिशो में जुटा हुआ है।
विदेशी मेहमानों की जानकारी के बाबत पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ट्वीटर पर कहा कि “जम्मू कश्मीर के मामले पर यूरोपीय संसद में चर्चा की जाएगी और इस्लामिक सहयोग संघठन के स्वतंत्र स्थायी मानव अधिकार परिषद् में भी चर्चा की जाएगी। साथ ही उन्होंने कर्फ्यू को हटाने की मांग की है।”
एक दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों विदेश मंत्री पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री इमरान खान, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेनाध्यक्ष जावेद कमर बाजवा से मुलाकात करेंगे।
भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटा दिया था और इससे तनाव काफी हद तक बढ़ गया था। संयुक्त अरब अमीरात में नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान “आर्डर ऑफ़ जायेद” से नवाजा गया था। नरेंद्र मोदी ने बीते महीने यूएई की अधिकारिक यात्रा की थी।
इससे पूर्व मंत्री मार्च में पाकिस्तान की यात्रा पर आये थे ताकि भारत और पाकिस्तान के बीच हवाई हमले के बाद उपजे तनाव को कम किया जा सके। भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में चरमपंथियों के ठिकाने पर हवाई हमला किया था।
पाकिस्तान ने कई वैश्विक देशो से कश्मीर के मामले में दखलंदाजी करने की मनाग की है लेकिन भारत सख्ती इसे अपना आंतरिक मामला करार देता हैं और तीसरे पक्ष की दखल को बर्दाश्त नहीं करेगा।
कुरैशी ने लिखा कि “रोजाना दो से चार विदेश मंत्रियो तक पंहुच रहे हैं और विश्व को रोजाना के अत्याचारों और बिगड़ते हुए हालात के बाबत बता रहे हैं। इस मानवीय संकट की तरफ हम दुनिया का ध्यान खीचेंगे।” अगले महीने न्यूयोर्क में यूएन महासभा की बैठक में पाकिस्तान कश्मीर मामले को उठाने की योजना बना रहा है।