तालिबान ने गुरूवार को पाकिस्तान को अफगानिस्तान के मुद्दे को कश्मीर के साथ न जोड़ने की नसीहत दी है। तालिबान के प्रवक्ता जेड मुजाहिद ने न्यूज़ एजेंसी के हवाले से कहा कि “कुछ पक्षों के द्वारा अफगानिस्तान और कश्मीर के मुद्दों को जोड़ने की कोशिश जारी है। इससे कुछ हासिल नहीं होने वाला है और यह दोनों मामले एक दूसरे से अलग है। ऐसे में पाक को अफगानिस्तान को प्रतिस्पर्धा का मैदान नहीं बनाना चाहिए।”
अफगानिस्तान में पाकिस्तान के दूतावास ने जोर देते हुए कहा कि “कश्मीर के मुद्दे को लेकर भारत और पाक के बीच बढे तनाव का असर अफगानिस्तान के शान्ति प्रयासों में रोड़ा नहीं अटकायेगा। इन दोनों मामले का आपस में कोई जुड़ाव नहीं है।”
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ के अध्यक्ष शाहबाज़ शरीफ ने संसद में अफगानिस्तान और कश्मीर के हालातो की तुलना की थी। उन्होंने कहा कि “यह किस प्रकार का समझौता है जहां अफगानी जनता खुशियां मन रही है, काबुल में शान्ति पैर पसार रही है वही कश्मीर में रक्तपात हो रहा है। यह कतई स्वीकार्य नहीं है।”
कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के दरमियान तनाव काफी बढ़ता ही जा रहा है और दोनों पक्षों ने वैश्विक समुदाय का समर्थन जुटाने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है।
हाल ही में भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 यानी विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया था और लद्दाख को एक केन्द्रशासित प्रदेश बनाने के लिए विधेयक पारित किया था।
इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी हद तक बढ़ गया था। नई दिल्ली के निर्णय से बौखलाकर इस्लामाबाद ने भारत के इस कदम को ख़ारिज किया था और इसके खिलाफ हर संभव विकल्प को अपनाने का सांकल लिया था।