श्रीनगर, 21 अगस्त (आईएएनएस)| जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में मुठभेड़ के दौरान एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शहीद हो गया, जबकि एक आतंकवादी को मार गिराया गया।
संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद घाटी में यह पहली मुठभेड़ है। एक आधिकारिक बयान में बुधवार को कहा गया कि गनी हमाम इलाके में तलाशी अभियान के दौरान यह मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ रात भर चली।
बयान में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने छिपे हुए आतंकवादियों पर फायरिंग की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान एसपीओ बिलाल अहमद व उप निरीक्षक अमरदीप परिहार घायल हो गए।
अहमद ने बाद में दम तोड़ दिया, जबकि परिहार सेना अस्पताल में भर्ती हैं।
बयान में कहा गया है, “हम शहीद बिलाल को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने कर्तव्य पथ पर अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।”
घटनास्थल से एक आतंकवादी का शव बरामद कर लिया गया है, लेकिन उसकी पहचान की जानी बाकी है। सुरक्षा एजेंसियों ने हथियार व गोला बारूद भी बरामद किया है।
सुरक्षा बलों ने नागरिकों से युद्ध क्षेत्र में नहीं आने का आग्रह किया है।
बयान में कहा गया, “नागरिकों से मुठभेड़ क्षेत्र के अंदर नहीं आने का आग्रह किया जाता है, क्योंकि इस तरह का क्षेत्र विस्फोटक सामग्री के बिखराव के कारण खतरनाक साबित हो सकता है। लोगों से इलाके को पूरी तरह से खंगाले जाने व विस्फोटक सामग्री को हटाए जाने तक सहयोग का आग्रह किया जाता है।”
इस तलाशी अभियान को गुप्त सूचना के बाद अंजाम दिया गया। इममें सीआरपीएफ, सेना व जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के कर्मी शामिल थे।
अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी होने के बाद से सुरक्षा बलों व आतंकवादियों के बीच यह पहली मुठभेड़ है।