पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका स्थित भारतीय महावाणिज्य दूत के इस बयान पर आपत्ति जताई है कि भारत को कश्मीर में ‘इजरायल मॉडल’ अपनाना चाहिए और कश्मीरी पंडितों को वहां आबाद करना चाहिए।
इस आशय की रिपोर्ट हैं कि न्यूयार्क में भारतीय महावाणिज्य दूत संदीप चक्रवर्ती ने कश्मीरी हिंदुओं के एक कार्यक्रम में कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात सुधरेंगे और कश्मीरी पंडितों की वहां वापसी होगी।
उन्होंने कहा कि भारत को कश्मीर में ‘इजरायल मॉडल’ को अपनाना चाहिए। जो काम इजरायली कर सकते हैं, वह हम भारतीय क्यों नहीं कर सकते।
इमरान ने इस बयान पर बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ‘यह कश्मीर में भारतीय हुकूमत की फासीवादी मानसिकता को दिखा रहा है।’
इमरान ने एक ट्वीट में कहा, “कश्मीर की घेराबंदी किए आज सौ से ज्यादा दिन हो चुके हैं। वहां लोगों को गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके मानवाधिकारों को कुचला जा रहा है। लेकिन, दुनिया के ताकतवर देश अपने व्यावसायिक हितों के कारण इसे लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।”