अभिनेत्री कश्मीरा ईरानी ने 2007 में शो ‘अम्बर धारा’ से अपना टीवी डेब्यू किया था जिसमे उन्होंने संयुक्त जुड़वां अम्बर का किरदार निभाया था। आखिरी बार वह टीवी पर 2015 में आये शो ‘दोस्ती…यारियां…मनमर्ज़ियाँ’ में नज़र आई थी।
कश्मीरा ने बताया कि वह काम को लेकर इतनी चयनात्मक इसलिए हैं क्योंकि उन्हें एक कलाकार होने के नाते, चुनौती अच्छी लगती है। क्या कभी वह एक सर्वोत्कृष्ट बहू का किरदार निभाएंगी, अभिनेत्री ने कहा-“मैंने कभी ठेठ बहू का किरदार नहीं निभाया है, न ही मुझे ऐसी कोई भूमिका दी गई है। मैं रन-ऑफ-द-मिल परियोजनाओं का हिस्सा नहीं बन सकती और कुछ ऐसा चाहती हूँ जो मुझे एक कलाकार के रूप में उत्साहित करे।”
“मेरे पास ऐसे लोगों के खिलाफ कुछ भी नहीं है जो इस तरह के शो करते हैं, क्योंकि इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। यदि किरदार और कहानी मेरे साथ प्रतिध्वनित होती है, तो मुझे लगता है कि मैं एक साड़ी पहने बहू का किरदार निभा सकती हूँ। पैसा महत्वपूर्ण है, लेकिन रचनात्मक संतुष्टि भी। लीड या कोई लीड नहीं, मेरे किरदार का कुछ उद्देश्य होना चाहिए।
जबकि बहू का किरदार निभाने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, उन्होंने कहा कि वह सुपरनैचरल थ्रिलर से दूर रहना ही पसंद करेंगी। उनके मुताबिक, “मुझे सुपरनैचरल थ्रिलर और हॉरर शो देखना बहुत पसंद है लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं कभी इसका हिस्सा बन पाउंगी। मैं इसके साथ न्याय नहीं कर पाउंगी क्योंकि जो टीवी पर दिखाया जा रहा है, हम इससे काफी अलग दुनिया में रह रहे हैं।”
अभिनेत्री जल्द बॉलीवुड फिल्म ‘भारत’ में नज़र आएँगी। उन्होंने सलमान खान की फिल्म ‘टाइगर ज़िंदा है’ में नर्स का किरदार निभाया था और ‘भारत’ में उनकी बहन के किरदार में दिखाई देंगी। उन्होंने कहा-“टाइगर ज़िंदा है में मुझे सलमान के साथ काम करने का मौका नहीं मिला क्योंकि मेरे उनके साथ दृश्य नहीं थे। इतने सालो का अनुभव होने के बाद भी, काम को लेकर उनका समर्पण प्रेरणादायक है। साथ ही वह काफी पेशेवर और विनम्र हैं। मेरे पेट में तितलियाँ उड़ रही थी जब मैंने पहले दिन उनके साथ शूट किया, लेकिन वह सेट पर इतने सुकून में थे कि मैंने उस ऊर्जा को जाने दिया।”
कश्मीरा ने टीवी पर तो हमेशा मुख्य किरदार निभाए हैं लेकिन फिल्मो में हमेशा वह छोटे किरदारों में ही नज़र आई हैं। लेकिन कश्मीरा को इसमें कोई हिचक नहीं है। उन्होंने कहा-“मेरे लिए, किरदार की लम्बाई मायने नहीं रखती। बेशक, तुम हमेशा मुख्य किरदार निभाने की आकांशा रखते हो और मैं भी शुरू में ऐसा ही सोचती थी लेकिन अब मैं केवल अपने काम पर ध्यान देती हूँ। जितना ज्यादा काम करोगे, उतना बेहतर बनोगे। तथ्य ये है कि अगर आप अच्छा करोगे तो आप पर ध्यान दिया जाएगा। मुझे अपने काम के साथ न्याय करना है, बाकी सब एक प्रतिफल है।”