मशहूर कवयित्री और साहित्यकार सुक्रीता पॉल कुमार को उनकी कविता संग्रह ‘साल्ट एंड पीपर: चुनिंदा कविताएं’ के लिए प्रतिष्ठित रवींद्रनाथ टैगोर साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार छठे संस्करण में उन्हें प्रदान किया गया है।
प्रशस्ति पत्र, रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा और 5,000 अमेरिकी डॉलर की नकद राशि से सुश्री कुमार को पुरस्कृत किया गया। समारोह में उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, “रवींद्रनाथ टैगोर साहित्य पुरस्कार प्राप्त करना बड़े ही विनम्र करने वाला अनुभव है। यह सम्मान केवल मेरी कलात्मक यात्रा को ही मान्यता नहीं देता, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ने में कहानी सुनाने की सार्वभौमिकता को भी रेखांकित करता है।”
वर्ष 1949 में जन्मी सुक्रीता पॉल कुमार जानी-मानी साहित्यकार हैं। उनकी कविता गहन दार्शनिक चिंतन, समृद्ध प्रतीकात्मकता और भावुक अभिव्यक्ति के लिए जानी जाती है। ‘साल्ट एंड पीपर’ उनकी चुनिंदा कविताओं का संकलन है, जिसमें जीवन के अलग-अलग पहलुओं को उनके शैली में उकेरा गया है।
समारोह में, पुरस्कार समिति के अध्यक्ष ने सुक्रीता पॉल कुमार के योगदान की सराहना करते हुए कहा, “उनकी कविता भावनाओं की गहराई, शब्दों की जादुई बुनाई और जीवन के प्रति ईमानदारी से दर्शाती है। ‘साल्ट एंड पीपर’ एक ऐसी कृति है जो पाठकों के दिलों को छू जाती है और उन्हें सोचने पर विवश करती है। उन्हें रवींद्रनाथ टैगोर साहित्य पुरस्कार प्रदान करना हमें बेहद गौरवान्वित करता है।”
सुक्रीता पॉल कुमार का सम्मान न केवल एक कवयित्री के रूप में उनके उत्कृष्ट योगदान को मानता है, बल्कि समकालीन हिंदी कविता को विश्व पटल पर भी स्थापित करता है। उनके लेखन ने प्रेम, हानि, समय, प्रकृति और आध्यात्मिकता जैसे विषयों पर अनगिनत पाठकों को छुआ है। यह पुरस्कार हिंदी साहित्य की समृद्धि का प्रमाण है, जो अपने समकालीन लेखकों के माध्यम से लगातार विकसित हो रहा है।
‘साल्ट एंड पीपर’ का अनुवाद कई भाषाओं में हुआ है, और सुक्रीता पॉल कुमार ने भारत और विदेश में कई साहित्यिक समारोहों में भाग लिया है।