कर्नाटक विधानसभा चुनावों से पहले गोवा व कर्नाटक के बीच में महादायी नदी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। 40 साल से चल रहा विवाद दोनों राज्यों के बीच में जारी है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की कर्नाटक में रैली के दौरान विभिन्न संगठनों ने राज्य बंद किया था। इसे बीजेपी ने कर्नाटक में सिद्धरमैया सरकार व कांग्रेस की साजिश बचाया था।
बंद से पहले अमित शाह ने कहा था कि बीजेपी की सरकार बनने पर कर्नाटक व गोवा के बीच जल विवाद का निपटारा होगा। विभिन्न संगठनों ने 4 फरवरी को भी बंद रखा है। इस बंद को किसानों ने समर्थन दिया है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बेंगलुरू में रैली होनी है। अमित शाह ने मैसूर में रैली निकालकर सत्तारूढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाया था।
कर्नाटक में अगले तीन महीनों में 28 मई तक वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होगा। कर्नाटक में बीजेपी को कमजोर करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रचार के लिए बेंगलुरु में जाएंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि उनकी कांग्रेस पार्टी ने बंद नहीं बुलाया है। किसानों के समूह और समर्थक कन्नड़ संगठनों के द्वारा ये बंद किया गया है। स्कूल बंद थे, दुकाने व व्यापार बंद थे।
कांग्रेस व बीजेपी सहित अन्य पार्टियां हताश
त्रिपुरा में 18 फरवरी को और नागालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने वाले है। ये चुनाव कांग्रेस के लिए मुश्किल नजर आ रहा है। इन राज्यों के बाद कर्नाटक में चुनाव होगा। यहां पर कांग्रेस हर हाल में अपनी जीत को बरकरार रखना चाहती है।
गुजरात में शानदार प्रदर्शन के बाद कांग्रेस की मौजदूगी वापस से बढी है। मोदी व शाह दक्षिण राज्य कर्नाटक में हर हाल में अपनी सरकार बनाना चाहते है। भ्रष्टाचार व अस्थिरता के मुद्दे पर बीजेपी यहां आना चाहती है।
महादायी नदी विवाद को हथिया रही बीजेपी
दोनों पार्टियां किसी भी मुद्दे को हथियाने की कोशिश कर रही है। गोवा व कर्नाटक के बीच में पानी को लेकर महादायी नदी विवाद का मुद्दा बीजेपी उठाना चाह रही है। इस विवाद को हल करके बीजेपी सरकार सत्ता में आना चाहती है। साल 1980 में कर्नाटक अपने कुछ उत्तरी जिलों में पीने, सिंचाई और बिजली की जरूरतों के लिए नदी से कुछ पानी लेने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था।
लेकिन गोवा ने इस प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी। गोवा द्वारा सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार से संपर्क करने के बाद इस विवाद को सुलझाने के लिए 2010 में एक ट्रिब्यूनल स्थापित किया गया था। अब अगस्त माह से पहले अंतिम सुनवाई हो सकती है।
कावेरी निर्णय जल्द आ रहा है
गोवा के साथ महादायी नदी विवाद ही नहीं चल रहा है। कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच कावेरी जल विवाद पर एक महत्वपूर्ण सुप्रीम कोर्ट के फैसले अगले महीने होने की उम्मीद है। कावेरी नदी पर निर्णय आने के बाद राज्य के दक्षिणी हिस्सों में भी राजनीतिक पारा बढ़ने की उम्मीद लग रही है।
बीजेपी कह रही है कि सिद्धरमैया ने राज्य में कुछ भी नहीं किया है। पीएम मोदी राज्य के विकास के लिए अहम काम कर रहे है। सिद्धरमैया अपनी लोकलुभावन योजनाओं के माध्यम से जनता को खुश करने का प्रयास कर रहे है।