कर्नाटक उपचुनाव में शर्मनाक हार के बाद सिद्धारमैया ने सोमवार को राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने कहा है कि जनता के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए।
सिद्धारमैया ने अपने त्याग-पत्र में लिखा, “ईमानदारी के साथ किए अपने प्रयासों के बावजूद उपचुनाव में संतोषजनक परिणाम नहीं दे पाने के लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता पद को छोड़ना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री को वरिष्ठ नेताओं के कड़े विरोध के बावजूद इस साल अक्टूबर में सदन में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया था। वरिष्ठ नेता उन्हें पार्टी के अंदर एक बाहरी व्यक्ति मानते हैं, क्योंकि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जद(एस) में थे।
15 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस केवल दो सीटें जीत सकी।
पांच दिसंबर को हुए उपचुनाव में 15 में से 12 सीटें जीतने के बाद बी. एस. येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भाजपा की राज्य में सत्ता बरकरार है।