कर्नाटकमें इन दिनों राजनैतिक घमासान मचा हुआ है। लोक सभा चुनाव सर पर है। उसी को लेकर तमाम दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति में कोई मौका नहीं छोड़ रहे है।
अभी हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अपनी पार्टी मीटिंग में गठबंधन को लेकर भावुक हो गए थे जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उनकी कड़ी निंदा करी और अब एक नया मुद्दा सामने आया है।
पहले जिसे महज़ अपवाह बताया जा रहा था अचानक से वह विद्रोह का मोड़ ले रही है। कर्नाटक में इन दिनों अलग राज्य की मांग तेज होती जा रही है।
नॉर्थ कर्नाटक की मांग को लेकर गुरुवार को कई संगठनों ने राज्यव्यापी बंद का एलान किया है। कर्नाटक बंद का आयोजन राज्य आंदोलन समिति कर रही है।
इस प्रदर्शन के मद्यनजर राज्य सरकार ने कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किये है। ये मांग पिछले काफी समय से उठाई जा रही है।
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को इस मामले पर कहा कि ये बंद बीजेपी प्रायोजित है, इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। पिछले कुछ समय से राज्य में उत्तरी कर्नाटक को लेकर अलग राज्य की मांग उठती रही है जिसकी मुख्य वजह विरोधियों द्वारा लगाए गए आरोप एवं भारतीय जनता पार्टी के विधायकों द्वारा दिए गए बयान हैं।
हालांकि, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा पूर्व में पृथक राज्य की मांग खारिज कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि इस तरह की मांग किसी समाधान तक नहीं पहुंचेगी।
पार्टी सांसद शोभा करांदलाजे भी अलग राज्य की मांग खारिज कर चुकी हैं। इसके बावजूद प्रदेश में अलग राज्य के नाम पर आवाज़ उठ रही है।
आपको बता दें कि नॉर्थ कर्नाटक बीजेपी का गढ़ है। यहां के करीब 12 जिलों में 80 विधानसभा सीटें हैं। भाजपा के कई बड़े नेता भी इसी क्षेत्र से आते है।