पाकिस्तान में करतारपुर गुरूद्वारे तक श्रद्धालुओं के पहले जत्थे का नेतृत्व पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह करेंगे। अगले महीने करतारपुर गलियारा से भारत के सिखों के धार्मिक स्थल को जोड़ने वाले गलियारे को अगले महीने खोला जायेगा।
करतारपुर गलियारे का शुभारम्भ
इस यात्रा के आला स्तर के लोग जत्थे में शामिल होंगे जिसमे पंजाब के प्रतिनिधि, सांसद, मंत्री और अन्य कई आला नेता शामिल होंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को इससे इनकार किया कि मनमोहन सिंह पाकिस्तान के आमंत्रण की प्रतिक्रिया में जा रहे हैं।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि “पाकिस्तानी उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए मेरे जाने का कोई सवाल नहीं उठता है और मेरे ख्याल से मनमोहन सिंह भी नहीं जायेंगे। पाकिस्तान की यात्रा और गलियारे के जरिये गुरूद्वारे जाने में काफी अंतर है।
अमरिंदर सिंह ने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी और उन सभी को करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शरीक होने के लिए आमंत्रित किया था। पत्रकारो से बातचीत में सिंह ने कहा कि “मोदी और कोविंद ने उद्घाटन समारोह और गुरु पर्व के जश्न में शरीक होने पर रजामंदी जाहिर की है।”
उन्होंने प्रधानमन्त्री से पाकिस्तान के नानका साहिब की यात्रा के लिए विशेष ऑल पार्टी जत्था के लिए राजनितिक अनुमति के लिए दखल दे। अमरिंदर ने आग्रह किया कि 21 लोगो के समूह को नानका साहिब जाने की अनुमति दी जाए जो 30 अक्टूबर को आयोजित प्रकाश पर्व के लिए पाठ का आयोजन करेंगे।
राज्य सरकार 1 नवम्बर से सुल्तानपुर लोधी में ऑल पार्टी मीटिंग का आयोजन करेंगे। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ऐलान किया था कि उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तान में करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया है।