पाकिस्तान ने गुरूवार को कहा कि “श्रद्धालुओं पर करतारपुर साहिब गुरूद्वारे की यात्रा के लिए 20 डॉलर सर्विस चार्ज के तौर पर वसूल किया जायेगा। पाकिस्तान के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि “पाकिस्तान 20 डॉलर सर्विस फीस के तौर पर वसूल करेगा, करतारपुर गलियारे के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।”
इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान और भारत ने करतारपुर गलियारे पर समझौते को अंतिम रूप दे दिया था। जबकि दोनों पक्षों के बीच श्रद्धालुओं से सर्विस चार्ज वसूलने को लेकत मतभेद थे। भारतीय प्रतिनिधि समूह के प्रमुख और गृह मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी बीसीएल दास ने कहा कि भारत श्रद्धालुओं से शुल्क लेने पर सहमत नहीं था।
उन्होंने कहा कि “कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर दोनों पक्षों में मतभेद था इसलिए भारत और पाकिस्तान के बीच समझौते को अंतिम स्वरुप नहीं दिया जा सका। पाकिस्तान करतारपुर साहिब गुरूद्वारे में प्रवेश की अनुमति के लिए श्रद्धालुओं से सर्विस फीस वसूलने के लिए आग्रह कर रहा था जो गलियारे के जरिये सुगम और आसन पंहुच के तहत स्वीकार्य नहीं है।”
उन्होंने कहा कि “भारत ने इसका विरोध किया, गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए यात्रा मुफ्त होनी चाहिए। बहरहाल पाकिस्तान ने इस मामले पर बेहद असंवेदनशील का मुजायेरा दिया और उन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार नहीं किया था।”
अधिकारी ने कहा कि “गुरुद्वारा परिसर में भारतीय राजनयिकों या प्रोटोकॉल अधिकारियो की मौजूदगी की अनुमति पर पाकिस्तान ने अनिच्छुकता दिखाई थी। हमने उनसे उनकी स्थिति पर पुनर्विचार करने का भी आग्रह किया था।”
पाकिस्तान के विभागों ने गुरुवार को निर्णय लिया कि वह समस्त दुनिया से आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया को सितम्बर से शुरू करेंगे। सिख श्रद्धालु ननकाना साहिब में गुरु नानक की 550 वीं सालगिरह में शामिल होंगे।