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    करतारपुर गलियारे पर बैठक

    पाकिस्तान ने गुरूवार को भारत पर आरोप लगाया कि “करतारपुर गलियारे के संचालन के लिए समझौते को  देना है और भारत प्रतिनिधि स्तर की बातचीत में देरी कर रहा है।” करतारपुर गलियारा पाकिस्तान के के नरोवाल जिले में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित बाबा नानक पवित्र स्थल से जोड़ेगा।

    भारत पर सुस्ती का आरोप

    पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि “तय समय के मुताबिक करतारपुर गलियारे के संचालन के लिए पाकिस्तान बेहद उत्सुक है। हालाँकि इसकी प्रतिनिधि स्तर की बैठकों में देरी हो रही है क्योंकि भारतीय पक्ष मुलाकात के लिए इच्छुक नहीं है।”

    16 अप्रैल को भारत और पाकिस्तान के बीच बैठक में गलियारे से सम्बंधित विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर चर्चा हुई थी। 4 घंटे की इस मुलाकात में दोनों पक्षों की तरफ से विशेषज्ञों और तकनीक जानकारों ने पुल के निर्माण कार्य पूरा होने के समय, सड़को और क्रासिंग पॉइंट्स के इंजीनियरिंग पहलुओं पर चर्चा की थी।

    बैठक के बाद मोहम्मद फैसल ने कहा कि “पाकिस्तानी पक्ष की तरफ से करतारपुर गलियारे का कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। समय की कमी के कारण हम जल्द से जल्द मसौदे को अंतिम रूप देने के लिए तैयार है। यह मुलाकात विशेष रूप से दोनों पक्षों के बीच गलियारे के प्रस्ताव के बाबत मतभेदों पर चर्चा करने के लिए थी। हमें उम्मीद है कि भारत जल्द बैठक के आयोजन के लिए रज़ामंद हो जायेगा।”

    गलियारे का निर्माण

    नवंबर 2018 में भारत और पाकिस्तान दोनों ने करतारपुर गलियारे के निर्माण पर सहमति जाहिर की थी। इस गलियारें की शुरुआत गुरु नानक के 550 वीं वर्षगांठ के समारोह पर शुरू होने की सम्भावना है। खबरों के मुताबिक, पिछली बैठक में भारत ने पाकिस्तान से रोजाना 5000 श्रद्धालुओं को गुरुद्वारे के दर्शन करने की अनुमति देने की मांग की थी, जबकि पाकिस्तान 500-700 श्रद्धालुओं को आने देने की बात पर अड़ा है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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