पाकिस्तान ने गुरूवार को कहा कि “करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह के लिए अभी कोई तारिक निश्चित नहीं की है। अलबत्ता आश्वस्त किया है कि यह गुरु नानक की 550 विन सालगिरह के मौके पर समय पर खोल दिया जायेगा। इसका आयोजन अगले महीने किया जायेगा।
हाल ही में पाकिस्तान के एक आला अधिकारी ने ऐलान किया था कि भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर गलियारे को 9 नवम्बर को खोल दिया जायेगा। साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेंस में विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ऐलान किया कि “करतारपुर गलियारे का कार्य समय पर समाप्त हो जायेगा जैसा कि प्रधानमन्त्री इमरान खान ने वादा किया था। इसका उद्घाटन समय पर किया जायेगा। लेकिन मैं आपको कोई तय तारीख नहीं दे सकता हूँ क्योंकि कोई तिथि तय नहीं की गयी है।”
उन्होंने आश्वस्त किया कि गलियारे को सीखो के धार्मिक गुरु की 550 वीं सालगिरह से पहले खोल दिया जायेगा। प्रस्तावित गलियारा करतारपुर में दरबार साहिब को पंजाब के गुरुदासपुर जिले से जोड़ेगा। इस गलियारे के जरिये भारतीय श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त यात्रा करने की इजाजत दी जाएगी। इस गुरूद्वारे की स्थापना गुरु नानक देव ने साल 1522 में की थी।
पाकिस्तान भारतीय सीमा से करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण कर रहा है। जबकि डेरा नानक पंजाब के दूसरे भाग का निर्माण पंजाब के गुरुदासपुर जिले से सीमा तक निर्माण करेगा।
16 सितम्बर को पाकिस्तान और विदेशी पत्रकारों की प्रस्तावित करतारपुर गलियारे की पहली यात्रा करेंगी। यह लाहौर से 125 किलोमीटर दूर है। प्रोजेक्ट के डायरेक्टर आतिफ मजीद ने कहा कि “गलियारे का 86 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और 9 नवम्बर को इसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जायेगा।
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि “भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को करतारपुर के उद्घाटन समारोह में अधिकारिक रूप से आमंत्रित किया गया था। पाकिस्तान वैश्विक मंचो पर कश्मीर के मामले को उठाना जारी रखेगा।”