भारत ने गुरूवार को पाकिस्तान से आग्रह किया कि वह करतारपुर गलियारे पर लचीलापन दिखाए। करतारपुर गलियारे को यह सुनिश्चित करेगा कि गुरुनानक के 550 वीं वर्षगाठ का जश्न सुगमता से संपन्न हो जाए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि “4 सितम्बर को पंजाब के अट्टारी में तीसरी जॉइंट सेक्रेटरी लेवल की बैठक हुई थी। इस मुलाकात तौर तरीको पर चर्चा के लिए थी और गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर की यात्रा के लिए श्रद्धलुओं की सुविधा के तौर तरीको को अंतिम स्वरुप देना है।”
उन्होंने कहा कि “हमें उम्मीद थी कि सभी लंबित मुद्दों का समाधान हो जायेगा। बहरहाल हमें लगा कि वार्ता के दौरान पाकिस्तान अनमनीय है और तीन मामले थे जिन पर हम उनसे लचीलापन दिखाने की उम्मीद कर रहे थे।” पाकिस्तान ने गुरूवार को कहा कि “वह करतारपुर साहिब गुरूद्वारे की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं से 20 डॉलर का सर्विस ग्फीस वसूलेगा।”
कुमार ने मीडिया को बताया कि इसका भारत ने सख्ती से विरोध किया था। कुमार ने कहा कि “वे शुरूआती श्रद्धालुओं की संख्या 10000 पर रजामंद नहीं है जिसे हमने विशेष मौके पर यात्रा के दौरान करने का प्रस्ताव दिया था। इस पर वे राज़ी नहीं हुए थे। उन्होंने वजह इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी बताई लेकिन हमने इस मामले में उनसे लचीलापन दिखाने की गुजारिश की थी। तीसरी हमने श्रद्धालुओं के साथ एक प्रोटोकॉल अधिकारी की तैनाती का आग्रह किया था। इन तीनो ही मामलो में भारत को अनुकूल जवाब नहीं मिला था।
उन्होंने कहा कि “हम इस परियोजना के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे। हमें भरोसा है कि हमारे सभी प्रोजेक्ट समय से पहले पूरे हो जायेंगे। हमने पाकिस्तान से लचीलापन दिखाने का आग्रह किया था, यह लोगो की संवेदनशीलता के इर्द गिर्द घूमता है।”
पाकिस्तान के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि “पाकिस्तान 20 डॉलर सर्विस फीस के तौर पर वसूल करेगा, करतारपुर गलियारे के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।”
पाकिस्तान के विभागों ने गुरुवार को निर्णय लिया कि वह समस्त दुनिया से आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया को सितम्बर से शुरू करेंगे। सिख श्रद्धालु ननकाना साहिब में गुरु नानक की 550 वीं सालगिरह में शामिल होंगे।