पाकिस्तानी विभागों ने गुरूवार को निर्णय किया कि वह सिख श्रद्धालुओं को वीजा देने की प्रक्रिया की शुरुआत सितम्बर से करेंगे। यह श्रद्धालु बाबा गुरु नानक की 550 वीं सालगिरह पर नानक साहिब की यात्रा करेंगे। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, यह निर्णय बुधवार को रिलीजियस टूरिज्म एंड हेरिटेज कमिटी की बैठक के दौरान लिया गया है।
इस मीटिंग की अध्यक्षता पंजाब प्रान्त के गवर्नर चौधरी सर्वर ने की थी। इसकी समाप्ति के बाद सर्वर ने कहा कि “सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया सितम्बर से शुरू होगी और इस माह के अंत तक पूर्ण होगी।” यह वीजा गुरु नानक के जन्मस्थान नानका साहिब के लिए मुहैया किया जायेगा।
गवर्नर ने कहा कि “अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशो से भी सिख श्रद्धालुओ के आगमन की उम्मीद है।” उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान करतारपुर गलियारे के निर्माण कार्य का प्रोजेक्ट नवम्बर तक पूरा कर देगा चाहे भारत इसे करने के इच्छुक हो या नहीं।”
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यको के अधिकारों के साथ इस्लामाबाद समझौता नहीं करेगा। अल्पसंख्यको के लिए पाकिस्तान एक सुरक्षित देश है।”
गलियारे के खुलने के बाद यह करतारपुर में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब तक सिख श्रद्धालुओं को पंहुचने की अनुमति होगी। इस स्थल पर गुरु नानक देव ने साल 1539 अपनी आखिरी साँस ली थी। इस निर्माण कार्य का सितम्बर के अंत तक पूरे होने की सम्भावना है।
इस गलियारे के निर्माण के लिए भारत 500 करोड़ रूपए खर्च कर रहा है। इस धन को उच्च स्तर की सुरक्षा और निगरानी प्रणाली की स्थापना करने के लिए खर्च किया जायेगा।