दिग्गज अभिनेता कमल हासन ने बुधवार को राजनीति में शामिल हो गए। हासन ने अपनी नए राजनीतिक पार्टी का नाम मक्कल निधि मैय्यम रखा है। कमल ने पिछले साल ही राजनीति में आने की घोषणा की थी। कमल हासन के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे।
कमल हासन ने अपनी पार्टी के 5 प्रमुख वादे बताए है-
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
63 वर्षीय अभिनेता कमल हासन ने कहा कि उनकी पार्टी समाज के सभी वर्गों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए काम करेगी। हालांकि कमल हासन ने इस बारे में अपनी नीति व योजनाओ के बारे में विस्तार से नहीं बताया। पार्टी का मुख्य एजेंडा शिक्षा है।
भ्रष्टाचार से मुक्ति
कमल हासन पिछले काफी समय से राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके है। उनका लक्ष्य है कि राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाया जाए। कमल ने कहा कि हम एक उदाहरण बनायेंगे कि भ्रष्टाचार से लड़े। लोगों ने दुर्भाग्य से 6,000 रुपये के लिए अपना वोट बेचा है। आगे से ऐसा नहीं होगा।
हासन ने कहा कि वह लोगों को नौकरियां देकर उन्हें समृद्ध बनाना चाहते है ताकि उन्हें मुफ्त के पैसों पर निर्भर नहीं रहना पडे। गौरतलब है कि कमल हासन कई बार इंटरव्यू में कह चुके है कि तमिलनाडु में सभी पार्टियां भ्रष्ट हैं और वह राज्य भ्रष्टाचार मुक्त करना चाहते है।
हसन ने कहा था कि वह किसी भी राजनीतिक विचारधारा से संबंधित नहीं है और उनकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है। हासन ने कहा कि मैं तुम्हारे घर में दीपक हूँ, जो भ्रष्टाचार के हवाओं में झिलमिल नहीं करता है।
अल्पसंख्यक जाति और धार्मिक मतभेद को मिटाना
कमल हासन ने कहा कि उनकी पार्टी समाज में जाति और धर्म के अंतर को कम करने पर काम करेगी। मेरी राजनीतिक विचारधारा सभी अच्छे मुख्यमंत्रियों के समान है। आगे कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति को रोकना चाहिए। उनकी पार्टी जाति व धर्म के आधार पर नहीं बनाई गई है।
छह दक्षिण भारतीय राज्यों को एक साथ लाना
कमल हासन ने कहा कि वो तमिलनाडु के साथ 6 भारतीय राज्यों को साथ में लाकर काम करना चाहते है। ताकि सभी के लिए मिलकर काम किया जा सके। । जब अपनी वैचारिक झुकाव के बारे में पूछा गया तो हासन ने कहा कि मैं केन्द्र में हूं।
कोई स्थायी मुख्यमंत्री नहीं
अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने कहा कि उनकी पार्टी में स्थायी मुख्यमंत्री कोई नहीं होगा। मैं एक ऐसी पार्टी बनाना चाहता हूं जो भविष्य पीढ़ी की होगी। हर किसी को सीएम पद हासिल करने का अधिकार होगा।