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    भोपाल, 21 जून (आईएएनएस)| अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित सामूहिक समारोह में हिस्सा न लेने की वजह से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भले ही भाजपा ने हमला बोला है, मगर हकीकत यह है कि कमलनाथ नियमित रूप से योग करते हैं और उनकी तंदुरुस्त, सेहत का राज भी योग है। योग और व्यायाम उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा है।

    सियासत में वैसे तो सेवानिवृत्ति की कोई उम्र नहीं है, मगर भाजपा ने परोक्ष रूप से चुनाव लड़ने के लिए अधिकतम उम्र 75 वर्ष निर्धारित कर दी है। इसके चलते हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कई लोगों को निराश होना पड़ा था। वहीं दूसरी ओर कमलनाथ जैसे लोग 75 वर्ष की आयु की ओर बढ़ने के बावजूद अपनी राजनीतिक पारी पूरी सक्रियता से खेले जा रहे हैं।

    राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ 73 वर्ष की आयु को छूने वाले हैं, मगर उनकी कार्यशैली और दिनचर्या पर उम्र का असर नजर नहीं आता। वह दिन में 12 से 14 घंटे नियमित काम करते हैं, कई बार तो इससे भी आगे निकल जाते हैं।

    कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जाफर ने योग करते हुए कमलनाथ की एक तस्वीर ट्वीटर पर साझा की है। उसके साथ उन्होंने लिखा है, “मुख्यमंत्री कमलनाथ की सेहत का राज है प्रतिदिन योग। इतनी उम्र के बाद भी जबरदस्त ऊर्जा के साथ काम करने वाले मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश के युवाओं के लिए है प्रेरणा।”

    कमलनाथ की ध्यान मुद्रा में जो तस्वीर जारी की गई है, वह उनके आवास के व्यायाम कक्ष की है। तसवीर में व्यायाम में नियमित रूप से उपयोग में आने वाले यंत्र भी नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है, “कमलनाथ नियमित रूप से योग करने के साथ व्यायाम भी करते हैं। उनके सेहतमंद रहने का बड़ा कारण यही है। राजनीति में मिलने वाले तनाव और दिन भर की थकान मिटाने में योग बड़ा मददगार है। कमलनाथ हर रोज नई ऊर्जा के साथ काम करते नजर आते हैं।”

    योग गुरु रघुवीर पाराशर का कहना है, “योग शरीर से विकारों को निकालता है, व्यक्ति को ऊर्जावान बनाता है, निरोगी तो रखता ही है, साथ ही आयु भी बढ़ाता है। जब व्यक्ति स्वस्थ और प्रसन्न रहता है तो उसकी कार्यक्षमता भी बढ़ती है। इसलिए योग करने वाले जल्दी बूढ़े नहीं होते।”

    अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजधानी में आयोजित सामूहिक योग समारोह में कमलनाथ के हिस्सा न लेने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “कमलनाथ योग को हिंदुत्व या संकीर्ण न मानें। इसके माध्यम से प्रदेश के बच्चों और राज्य की जनता को स्वस्थ रहने की प्रेरणा दे सकते थे, क्योंकि प्रदेश के मुखिया का काम केवल शासन-प्रशासन का संचालन करना नहीं, दिशा देना भी है। उन्होंने योग नहीं करके संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है।”

    पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के हमले के जवाब में कांग्रेस ने कमलनाथ की योग करते हुए तस्वीर जारी की है। वहीं कांग्रेस के एक नेता का कहना है, “यह जरूरी नहीं कि हर काम का प्रदर्शन किया जाए। चौहान की तो कार्यशैली ही पूरी तरह नाटक, नौटंकी और दिखावे पर टिकी है। लिहाजा वह मौका कोई भी हो दिखावे में पीछे नहीं रहते हैं। कमलनाथ योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाए हुए हैं। वह उसका समर्थन करते हैं, उन्होंने लोगों से योग को अपनाने का आह्वान भी किया, मगर दिखावा करने से बचते हैं, इसमें बुराई क्या है।”

    कांग्रेस नेता ने कहा, “राज्य में योग के कार्यक्रम हुए, लोगों की हिस्सेदारी रही, जो शिवराज को रास नहीं आई। चौहान और भाजपा कई चीजों को अपनी बपौती मान बैठे हैं। जब दूसरे दल की सरकार उसी कार्य को बेहतर तरीके से करती है तो वे उसे पचा नहीं पाते और उसमें कमियां खोजने लगते हैं। अब योग के आयोजन में कुछ नहीं मिला तो कमलनाथ की सामूहिक कार्यक्रम में हिस्सेदारी को उठा रहे हैं।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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