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    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ ने कहा कि, भाजपा की भोपाल उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के पास कोई राजनीतिक या सार्वजनिक सेवा का रिकार्ड नही हैं और उनको ं सांप्रदायिक विभाजन के लिए नामांकित किया गया हैं।

    कमल नाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास चुनावी समर में अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रीय मुद्दों का इस्तमाल कर रही हैं।

    उन्होंने कहा , मूल रूप से भाजपा सांप्रदायिक विभाजन फैलाने की कोशिश कर रही हैं क्योकि यह ही एक कार्ड उनके पास बचा हैं। लेकिन भाजपा को यह एहसास नही हुआ कि देश की जनता काफी होशियार हैं और वह यह जानती हैं कि यह सांप्रदायिक कार्ड रजनीति के मकसद के लिए हैं।

    ठाकुर, जिनको भाजपा की ओर से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा गया हैं, वह 2008, मालेगांव ब्लास्ट केस में जमानत पर बाहर हैं।

    ठाकुर ने कहा था, “महाराष्ट्र के आतंकवादी निरोधक दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे की 26/11 में आतंकवादी हमले के दौरान मृत्यु हो गई थी क्योकि मालेगांव ब्लास्ट के आरोप में उनको गिरफ्तार में लेने के बाद यातना दी थी जिससे उनको श्राप दिया था। गम्भीर बयान के आलोचना के बाद वह अपने बयान से मुकर गई”।

    ठाकुर पर निशाना साधते हुए कमल नाथ ने कहा, उनको अन्य किसी को उम्मीदवार नही बना सकते थे।

    प्रज्ञा ठाकुर, भाजपा में अपनी उम्मीदवारी से एक दिन पहले ही शामिल हुई थी और उनके पास कोई राजनीतिक या सार्वजनिक सेवा का रिकार्ड नही हैं। यह स्पष्ट नही हैं कि उन्होंने उन्हें ही वहां क्यों खड़ा किया?

    उन्होंने आगे कहा, केंद्र की सत्ता में बैठी पार्टी राष्ट्रवाद के मुद्दों की मदद ले रही हैं क्योकि वह लोगों को यह बताने में असमर्थ हैं कि उन्होंने क्या किया।

    वह नौकरियों के बारे में बात नही कर सकते, वह किसानों और छोटे व्यपारियों के बारे  में बात नही कर सकते इसलिए वह लोगों का ध्यान अन्य मुद्दों की तरफ बांट रहे हैं।

    अपने राज्य मध्य प्रदेश के मुद्दों पर चर्चा करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा वह नौकरशाही सहित चीजों को क्रम में रख रहे हैं।

    यह पुछे जाने पर कि हाल ही में राज्य पुलिस एफआईआ को कथित अनियमितताओ में ई-टेंडरिंग योजना का पिछली भाजपा सरकार के नेता के शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व के उद्देश्य से कि गई थी। कमल नाथ ने कहा कि वह केवल सच्चाई का पिछा कर रहे हैं।

    मेरे पास 75 दिन थे। मैं किसी को भी निशाना नही बना रहा। मैं सच को निशाना बना रहा हूं। मैं भ्रष्टाचार को निशाना बना रहा हूं। ई-टेंडरिंग अभी शुरू नही हुई हैं। यह एक साल से चल रही हैं। और वह खुद से जांच चाहते थे। शिवराज सिंह और भाजपा सरकार ने जांच के आदेश दिए थे और जांच के लिए एफआईआ दर्ज कराई गई थी।

    72 वर्षीय नाथ ने विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिए कि राज्य में सरकारी अधिकारियों के ट्रांसफर प्रेरित मन से किए जा रहे हैं।

    यहां माफिया के काम करने का सवाल नही होता। वह नाराज हैं क्योकि ट्रांसफर किए जा रहे हैं। उन्होंने नौकरशाही की राजनीति करने की कोशिश की थी। सत्ता में आने के 50 दिनों के बाद, यह मेरा कर्तव्य था कि मैं उन सक्षम अधिकारियों को सुनिश्चित करूं जो भाजपा द्वारा दरकिनार कर दिया गए थे। उन पदों पर रखा गया  इन पर वह पहले नही थे।

    मुख्यमंत्री ने कहा, “जो अधिकारी राजनीतिक रूप से भाजपा के लिए काम कर रहे थे, मुझे उन्हें स्थानांतरित करना पड़ा। वह अपनी ड्यूटी के बाहर जाकर भाजपा सरकार के लिए काम कर रहे थे मुझे समझ नही आ रहा कि जब कुछ अधिकारियों को स्थानांतरित किया जाता हैं तो शिवराज सिंह के पैट में दर्द क्यों होने लगता हैं”।

    2018 विधानसभा चुनावों से पहले बुधनी विधानसभा सीट पर एक रैली में, कमल नाथ ने चेतावनी दी थी कि उनके क्रोध का सामना उन लोगों को करना पड़ेगा जो गलत कर रहे थे या एक विशेष राजनीतिक वितरण के साथ साईडिंग कर रहे थे।

    उनके बयान पर सवाल करते हुए नाथ ने कहा, ” मैं गुस्सा नही हूं, मैं किसी कोप में नही हूं। मैं सच्चाई का पीछा कर रहा हूं।”

    मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले योग्य किसानों के लिए सभी कर्ज कांग्रेस द्वारा किए गए सभी वादों को पूरा किया जाए।

    जिन किसानों के कर्जों को लिखा गया हैं वे रिकॉर्ड नें हैं, और मैं आपको उनके नाम, टेलीफोन नंबर और पते के साथ एक पेन ड्राइव दे सकता हूं।

    उन्होंने कहा, जैसा कि आचार सहिंता आई थी.. उसमें देरी हुई हैं। मेरे पास कार्यालय में केवल 75 दिन हैं।

    नाथ के अनुसार, उन्होंने पहले एक रैली मैं कहा था कि कर्ज माफी के वादे से राज्य के लगभग 22 लाख किसान लाभान्वित होंगे जबकि जबकि आने वाले दिनों में लगभग 38 लाख किसानों को इसका लाभ मिलेगा।

    उन्होंने कहा, मैं कह रहा हूं कि हमने सभी किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला किया हैं। हमने इतने सारे काम किए। वह सभी रिकॉर्ड में किए गए। बाकी के भी जल्दी ही पूरे होंगे।

    राज्य के लिए उनकी प्राथमिकाताओं के बारे में पूछे जाने पर, कांग्रेस के दिग्गज ने कहा पूरा मध्य प्रदेश उनके ध्यान में हैं।

    उन्होंने कहा, मैंने कांग्रेस की नीतियों और दृष्टिकोण का जयका लिया हैं, चाहे वह किसान का कर्ज हो, बिजली हो, लोगों की पेंशन हो। मैंने 75 दिनों में इसे पूरा किया । यह सभी तक पहुंच रहा हैं।

     

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