बिहार के बेगूसराय संसदीय क्षेत्र से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने लोकसभा चुनाव के लिए क्राउड फंडिंग से सबसे ज्यादा 70 लाख रुपये की रकम जुटाई है, जबकि दूसरे स्थान पर पूर्वी दिल्ली से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी आतिशी हैं, जिन्होंने क्राउड फंडिंग से 61 लाख रुपये का संग्रह किया है।
यह जानकारी ऑनलाइन क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म से मिली है।
कन्हैया कुमार की सीट पर लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होगा। उन्होंने क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म ‘आवर डेमोक्रेसी’ पर 5,326 समर्थकों के साथ कुल 70,00,903 रुपये की रकम जुटाई है।
उनको यह राशि लोगों से 5,00,000 रुपये से लेकर 100 रुपये तक के रूप में मिली है। कई लोगों ने अपना नाम बताया है जबकि कुछ अपने नाम को अज्ञात रखते हुए खुद को शुभेच्छु बताया है।
बेगूसराय में कुमार के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और राष्ट्रीय जनता दल उम्मीदवार तनवीर हसन के बीच त्रिकोणीय संघर्ष माना जा रहा है।
आतिशी ने अब तक 61,78,214 रुपये क्राउड फंडिंग से जुटाए हैं। दिल्ली में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 12 मई को मतदान होगा। इस बीच वह अपने लोकसभा चुनाव के लिए और धन जुटा सकती हैं।
वहीं, आम आदमी पार्टी के ही प्रत्याशी दिलीप के. पांडेय और राघव चड्ढा ने भी क्राउड फंडिंग से धन जुटाया है। पांडेय ने 6,17,107 रुपये तो राघव चड्ढा ने 3,67,111 रुपये जुटाए हैं।
उधर, खराब भोजन की शिकायत को लेकर सीमा सुरक्षा बल से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने 46,752 रुपये क्राउड फंडिंग से इकट्ठा किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
राजद नेता और बिहार के पूर्व वित्तमंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी ने 1,23,677 रुपये जुटाए हैं। वह बिहार के दरभंगा से पार्टी के उम्मीदवार हैं।
चुनाव आयोग के दिशानिर्देश के अनुसार, लोकसभा चुनाव लड़ रहे कोई प्रत्याशी 50 लाख रुपये से लेकर 70 लाख रुपये के बीच खर्च कर सकता है।
अरुणाचल प्रदेश, गोवा और सिक्किम के लिए अधिकतम खर्च की सीमा 54 लाख रुपये है जबकि अन्य जगहों के लिए 70 लाख रुपये।
आवर डेमोक्रेसी के सह-संस्थापक बिलाल जैदी ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने जनवरी में इस मंच को शुरू किया था और अब तक 79 प्रत्याशियों ने इसका उपयोग किया है।