कैनेडियन सिंधी समुदाय ने रविवार को पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण और निकाह के खिलाफ प्रदर्शन किया है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि “एक विशेष समुदाय के साथ इस तरीके के अभ्यास को रोकने की जरुरत है। मैं पाकिस्तानी सरकार से इसके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करता हूँ।”
पाकिस्तान में हाल ही दो नाबालिग लड़कियों का अपहरण किया गया और का जबरन धरम परिवर्तन कर, मुस्लिमों युवकों से उनका निकाह कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने जबरन धर्मांतरण के खिलाफ नारे लगाए और जबरन धर्मांतरण रोकने के कार्ड्स को पढ़ा। उन्होंने कहा कि “अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई पर सिंध सरकार की नजरे आप पर है और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को संवैधानिक संरक्षण की जरुरत है।”
पाकिस्तान में जबरन धर्मांतरण एक सामान्य अभ्यास है लेकिन हाल ही में दो हिन्दुओं लड़कियों का जबरन धर्मांतरण सुर्ख़ियों में रहा है। कई दक्षिण पंथी समूहों ने हालिया घटना पर चिंता जाहिर की है।
भारत ने भी पाकिस्तान से इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पाकिस्तान सरकार को अपनी आवाम की सुरक्षा, रक्षा और कल्याण का प्रचार और संरक्षण करना चाहिए। भारत ने पाकिस्तानी विदेश विभाग को एक नोट के जरिये अपनी चिंता व्यक्त की है।
धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय की प्रतिवर्ष सैकड़ों लड़कियों और महिलाओं के जबरन धर्म परिवर्तन करने का अनुमान है।पाकिस्तान के अधिकतर हिन्दू सिंध प्रान्त में रहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार 12 से 25 साल तक की लड़कियों का अपहरण किया जाता है और फिर उनका धर्मांतरण कर उनकी शादी उनके अपहरणकर्ता से कर दी जाती है।
पाकिस्तान के अधिकतर हिन्दू सिंध प्रान्त में रहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार 12 से 25 साल तक की लड़कियों का अपहरण किया जाता है और फिर उनका धर्मांतरण कर उनकी शादी उनके अपहरणकर्ता से कर दी जाती है।