कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सात दिवसीय भारत दौरे के तीसरे दिन मुंबई में जस्टिन ने भाषण दिया। जस्टिन ने कहा कि कनाडा एक संयुक्त भारत की अपनी नीति पर स्पष्ट है। जस्टिन ने कहा कि कनाडा की ताकत यह है कि वो विविधता में ताकत को मान्यता देता है। कनाडा की सफलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा राय व विचारों की व्यापक श्रेणी है।
हम निश्चित रूप से हिंसा और नफरत वाले भाषण को अस्वीकार करते है। साथ ही मुझे यह आश्वासन देना चाहिए कि मेरी स्थिति ही कनाडा की स्थिति है जिसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। हम एकजुट भारत का समर्थन करते है।
गौरतलब है कि कनाडा के पीएम जस्टिन के ऊपर कनाडा में सिख प्रवासियों के बीच खालिस्तान समर्थकों का साथ देने का आरोप है। जो कि वहां रहने वाले भारतीय मूलो के सिख समुदाय पर हिंसा करते है। भारत ने इस बारे में अपनी चिंता को भी बता दिया है।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह बुधवार को जस्टिन के अमृतसर दौरे के दौरान मुलाकात कर सकते है। पहले दोनो की मुलाकात के बारे में अनिश्चितता थी। पिछले साल अप्रैल में पंजाब की यात्रा के दौरान कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन को अमरिंदर सिंह ने मिलने से मना कर दिया था।
तब अमरिंदर ने कहा था कि कनाडाई सरकार खलिस्तानी समर्थक है। अब अमरिंदर सिंह ने कहा कि वो कनाडा के पीएम से मुलाकात करेंगे। पीएम जस्टिन ट्रूडो बुधवार को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का दीदार करेंगे।
गौरतलब है कि भारतीय राज्य पंजाब से अधिकतर लोग कनाडा में बसे हुए है। कनाडा में बडी संख्या में भारतीय मूल के लोग निवास करते है। कनाडा में रहने वाले भारतीयों के ऊपर हिंसा की घटनाओं में इजाफा हुआ है। जिस पर भारत ने कई बार आपत्ति दर्ज करवाई है।