कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का सात दिवसीय भारत दौरा आज से शुरू होने जा रहा है। इस दौरान भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी व कनाडाई पीएम के बीच मे द्विपक्षीय संबंधों को लेकर वार्ता होगी।
इससे पहले दोनो देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच में बैठक आयोजित हुई। जिसमें कनाडा में बढ़ते सिख अतिवाद के ऊपर चर्चा हुई।
इस दौरान सिख क्रांतिकारी संघर्ष से निपटने के लिए सहयोग के क्षेत्रों की पहचान की गई। जस्टिन ट्रूडो के भारत दौरे के समय सुरक्षा और रक्षा साझेदारी के एजेंडे पर भी बातचीत की जाएगी। हाल में दोनो देशों ने आतंकवाद पर संयुक्त कार्य दल की एक बैठक आयोजित की थी।
कनाडा में सिख क्रांतिकारीता के पुनरुद्धार और खलिस्तान आंदोलन को लेकर भारत-कनाडा के बीच में वार्ता होगी। जस्टिन की भारत यात्रा के समय उनके सामने खालिस्तान समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता जाहिर की जा सकती है। गौरतलब है कि कनाडा में सिखों के ऊपर अत्याचार बढ़ रहे है। भारत व कनाडा के बीच में आर्थिक निवेश को लेकर भी चर्चा होगी।
कनाडा व भारत के बीच में व्यापार दोगुना होकर साल 2016 तक लगभग 8 अरब डॉलर हो गया है। पिछले साल पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन से मिलने से इंकार कर दिया था। क्योंकि हरजीत के ऊपर खालिस्तान आंदोलन को समर्थन देने का आरोप लगा था।
इस समय जस्टिन के साथ हरजीत भी भारत दौरे पर आ रहे है। अपनी भारत यात्रा के दौरान ट्रूडो राजधानी दिल्ली के अलावा आगरा,अमृतसर, अहमदाबाद और मुंबई भी जाएंगे।
सिख अतिवाद विवाद के बावजूद भी भारत और कनाडा समुद्री सुरक्षा भागीदारी को मजबूत करने का प्रयास करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान जस्टिन कई व्यावसायिक सम्मलेन में भी शिरकत करेंगे। वहीं भारत भी कनाडाई निवेश लेने को बेहद उत्सुक नजर आ रहा है।