कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत के दौरे पर आए हुए है। लेकिन हमेशा की तरह इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद विदेशी मेहमान को लेने हवाई अड्डे पर नहीं गए है। कहा जा रहा है कि इस बार पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल का पालन किया है।
शनिवार को नई दिल्ली में कनाडाई पीएम के आगमन पर पीएम मोदी के अनुपस्थित रहने से सवाल खडा हो गया कि इस बार वो अपने विदेशी मेहमान को लेने हवाई अड्डे पर क्यों नहीं पहुंचे। कनाडाई मीडिया के द्वारा भारत सरकार पर जस्टिन को उचित सम्मान नहीं दिए जाने का आरोप लगाया जा रहा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर कहा है कि राजनयिक प्रोटोकॉल के नियमों के मुताबिक प्रधानमंत्री को निजी तौर पर हवाईअड्डे पर स्वागत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। नियमों के अनुसार एक मंत्री (कृषि मंत्री, गजेन्द्र सिंह शेखावत) जस्टिन ट्रूडो को लेने हवाई अड्डे पर पहुंचे और उनका स्वागत किया।
कनाडाई पीएम के मामले में भी अन्य विदेशी मेहमानों जैसा ही प्रोटोकॉल का पालन किया गया है। सोशल मीडिया पर भी पीएम मोदी के खुद उन्हे नहीं लेने जाने की चर्चा जोरों पर उठ रही है।
माना जा रहा है कि कनाडा में बढ रहे सिख अतिवादिता के बाद भारत व कनाडा के रिश्तो में खटास आई है। सिख अतिवादिता में खुद कनाडाई नेताओं का भी हाथ शामिल होने की खबरे है।
जस्टिन के द्वारा इस मुद्दे पर कुछ भी कदम नहीं उठाए जाने पर भारत अपना विरोध भी दर्ज करवा चुका है। फिलहाल अब कहा जा रहा है कि नई दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात वे शुक्रवार को करेंगे। इससे पहले वो चार शहरों की यात्रा पर जाएंगे।
अन्य विदेशी नेताओं के भारत दौरे की बात की जाए तो हर बार पीएम मोदी खुद उनका स्वागत करने हवाईअड्डे पर जाते है। जनवरी 2015 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का स्वागत करने वे खुद हवाई अड्डे पर गए थे। सितंबर में अहमदाबाद में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का स्वागत करने भी खुद मोदी गए थे।
हाल ही में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के मामले में भी ऐसा ही हुआ था। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और बांग्लादेश पीएम शेख हसीना की यात्रा के समय पर भी मोदी उनका स्वागत करने पहुंचे थे।