विषय-सूचि
एनहांस्ड इन्टरनेट गेटवे रूटिंग प्रोटोकॉल क्या है? (eigrp in hindi)
ये एक इंटीरियर गेटवे प्रोटोकॉल है जो कि बहुत से विभिन्न प्रकार के मीडिया और टोपोलॉजी में सूट करता है।
ये एक अच्छे से डिजाईन किया हुआ नेटवर्क है जो कि efficient तरीके से स्केल करता है और काफी तेजी से कन्वर्जेन्स देता है और वो भी कम से कम नेटवर्क ट्रैफिक पर।
सिस्को ने इंटीरियर गेटवे routing प्रोटोकॉल और enhanced इन्टरनेट गेटवे routing प्रोटोकॉल यानी IGRP और EIGRP को RIP के ही विकल्प के तौर पर विकसित किया था।
नया वाला enhanced IGRP यानी कि EIGRP को 1990s में सही से शुरू किया गया था।
EIGRP क्लासलेस IP सबनेट्स को सपोर्ट करता है और पुराने IGRP के मुकाबले रूटिंग अल्गोरिथम की एफिशिएंसी को बढाता है। ये RIP की तरह routing हायरार्की को सपोर्ट नहीं करता।
पहले इसे एक प्रॉपर्टी प्रोटोकॉल के रूप में विकसित किया गया था जो केवल सिस्को परिवार के devices पर ही काम करता था।
EIGRP को आसान कॉन्फ़िगरेशन और और OSPF से अच्छा परफॉरमेंस देने के लिए डिजाईन किया गया था।
EIGRP के कार्य की थ्योरी (Theory of Operation)
EIGRP के बहुत से फायदों में से कुछ निम्नलिखित हैं:
- सामान्य ऑपरेशन के समय ये नेटवर्क में उपलब्ध संसाधनों का काफी कम इस्तेमाल करता है।जब नेटवर्क स्टेबल हो तब केवल हेलो पैकेट्स को ही ट्रान्सफर किया जाता है।
- जब भी कोई बदलाव होता है तो केवल routing टेबल के बदलावों को ही भेजा जाता है सिवाय पूरे के पूरे routing टेबल भेजने के। ये routing प्रोटोकॉल के द्वारा नेटवर्क पर रखे गये लोड को भी कम करता है।
- नेटवर्क टोपोलॉजी में बदलाव के लिए काफी तेज कन्वर्जेन्स समय होता है (कभी-कभी तो ये क्षण भर में ही हो जाता है)।
EIGRP एक संवारा हुआ डिस्टेंस वेक्टर प्रोटोकॉल है जो कि diffused अपडेट अल्गोरिथम (DUAL) का प्रयोग कर के नेटवर्क के अंदर डेस्टिनेशन तक का सबसे छोटे पाथ को कैलकुलेट कर लेता है।
EIGRP की कार्यप्रणाली (working of eigrp in hindi)
एक सामान्य डिस्टेंस वेक्टर प्रोटोकॉल नेटवर्क के अंदर डेस्टिनेशन तक का shortest पाथ की गणना करते समय इन चीजों को सुरक्षित रखता है:
- दूरी (दूरी का पूरा माप जैसे कि hop count), और
- वेक्टर (अगला hop)
अगर इसे किसी भी और रूट की जानकारी नहीं है तो ये सारे पड़ोसियों को क्वेरी भेजता है। जैसे कि उपर वाले चित्र में राऊटर 2 अपने बगल के दोनों ही router यानी कि 1 और 3 से आने वाली सारी सूचनाओं को सुरक्षित कर लेता है।
और फिर ये राऊटर 1 के रास्ते को बेस्ट पाथ के रूप में चुनता है (successor)और राऊटर 3 के द्वारा गये रास्ते को लूप से स्वतंत्र पाथ चुनता है (feasible successor)।
जब राऊटर 1 के द्वारा जाने वाला पाथ उपलब्ध नहीं होता तब राऊटर 2 अपने टोपोलॉजी टेबल की जांच करता है और किसी और feasible successor की खोज करता है। इसके बाद ये तुरंत राऊटर 3 वाले रास्ते को प्रयोग में लाना शुरू कर देता है।
इन बातों को जान्ने के बाद अब हम जानते हैं कि ऐसी कौन सी सुविधाएं हैं जो EIGRP देता है:
- एक ऐसा सिस्टम जहां दिए गये समय में ये वही अपडेट भेजे जिसकी जरूरत हो; इसको पड़ोसी की खोज और मेंटेनेंस द्वारा पूरा करते हैं।
- राऊटर द्वारा खोजे गये सारे रास्तों में लूप-फ्री कौन सा है इसका निर्णय लेता है।
- एक ऐसी प्रक्रिया जिसके द्वारा खराब रास्तों को नेटवर्क के अंदर सारे routers के टोपोलॉजी टेबल में से साफ़ किया जा सके।
- अगर डेस्टिनेशन खो गया हो तो पड़ोसियों को क्वेरी भेज कर फिर से उसे प्राप्त करना।
EIGRP मैसेज के प्रकार
EIGRP में मैसेज के प्रकार को निम्न तालिका में विवरण के साथ दिखाया गया है:
Type | Transmit | Sent | Function |
Hello | मल्टीकास्ट | पड़ोसियों को खोजने और उनकी रिकवरी के लिए प्रयोग किया जाता है।.अगर एक कॉन्फ़िगर किये हुए अंतराल पर हेलो मैसेज नही आया तो , routing टेबल में से सारे पड़ोसियों की एंट्री हटा दी जाएगी और feasible successor रूट का उपयोग किया जाएगा। | |
यूनीकास्ट | रेलिअब्ली | इसका उपयोग रिसिप्ट सूचना को एकनॉलेज करने के लिए भी किया जाता है। जीरो बाइट acknowledgement (ACK संख्या के साथ) | |
Updates | यूनीकास्ट | रेलिअब्ली | पड़ोसियों की खोज के लिए |
मल्टीकास्ट | रेलिअब्ली | लिंक कोस्ट और मीट्रिक में बदलाव का अपडेट। | |
Queries | मल्टीकास्ट | रेलिअब्ली | जब एक से ज्यादा डेस्टिनेशन एक्टिव स्टेट में आ जाये तब भेजा जाता है। |
Replies | यूनीकास्ट | रेलिअब्ली | क्वेरी को भेजने वाले के पास भेजा जाता है। |
Requests | मल्टीकास्ट या यूनीकास्ट | Unreliably | पड़ोसियों से कुछ निवेदन करने के लिए। |
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