देश में जम्मू-कश्मीर में आए दिन हो रहे आतंकी हमलों में हमारे जवान शहीद हो रहे है। वहीं शहीद जवानों पर भी कुछ नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे और इसे धर्म से जोडकर विवादित बयान दे रहे है।
दरअसल एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सुंजवां आतंकी हमलों को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा था कि शहीद हुए जवानों में से पांच मुस्लिम धर्म से थे। साथ ही कहा था कि जो मुस्लिमों को पाकिस्तानी समझते है वो इससे सबक ले सकते है। इस पर देश में काफी विरोध किया जा रहा है।
जवान की शहादत पर सेना ने औवेसी को करारा जवाब दिया है। सेना ने कहा कि हम शहीद जवानों को धर्म से नहीं जोडते है। शहीदों का कोई साम्प्रदायिक धर्म नहीं होता है।
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने औवेसी का नाम लिए बिना कहा कि शहादत को साम्प्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए।
जो लोग साम्प्रदायिकता बयान दे रहे है उन्हें सेना को अच्छी तरह से समझना चाहिए। सेना ने कहा कि आतंकवादी हमले दुश्मनों की हतोत्साहितता दिखा रहे है। देश के खिलाफ हथियार उठाने वालों से भारतीय सेना बेहद सख्ती से निपटेगी।
इसके अलावा बढते हुए आतंकवाद को लेकर जनरल अनबू ने सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराया। इससे अधिकतर युवा भ्रमित हो रहे है जिस पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है।
गौरतलब है कि हाल ही मे जम्मू में हुए आतंकी हमलों में 7 जवान शहीद हुए है। आतंकियों की तरफ से सैन्य बेस में घुसकर कई दिनों तक फायरिंग की गई। जिस पर सैन्य बलों ने आतंकियों को मार गिराया।