ओड़िशा में पांच लोकसभा और 35 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव के लिए गुरुवार को हो रहे मतदान के पहले दो घंटों में लगभग सात प्रतिशत मतदान हुआ।
ओड़िशा के अलावा असम के पांच संसदीय क्षेत्रों में करीब 11.61 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।
दूसरे चरण के मतदान में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव सहित 279 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा।
76.93 लाख से अधिक मतदाता गुरुवार के मतदान में 279 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। यहां कुल 76,93,123 मतदाताओं में से 37,47,493 महिला मतदाता हैं। कम से कम 605 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं।
पुलिस ने बताया कि माओवादियों ने बुधवार को एक महिला चुनाव अधिकारी को गोली मार दी थी और मतदान केंद्रों पर जा रहे दो वाहनों और एक मोटरसाइकिल को आग लगा दी थी।
दोनों घटनाएं नक्सल प्रभावित कंधमाल जिले में अलग-अलग स्थानों पर हुईं थीं, जहां नक्सलियों ने लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने के लिए कहा है।
अधिकारियों ने क्षेत्र में सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं।
अस्का, कंधमाल, सुंदरगढ़, बारगढ़ और बलांगीर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान केंद्रों और इन क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले 35 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के साथ ही मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं।
अधिकारियों ने कहा कि मतदान के पहले दो घंटों के दौरान सुबह नौ बजे तक लगभग सात प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया और मतदान धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मतदान शांतिपूर्ण और सुचारू तरीके से चल रहा है। कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है, हालांकि ईवीएम में गड़बड़ी से कुछ जगहों पर मतदान शुरू होने में देरी हुई। खामियों को तुरंत ठीक कर लिया गया।’’
बीजद के राज्यसभा सदस्य और ओडिशा के पूर्व मंत्री प्रसन्ना आचार्य, और जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव ने क्रमशः बारगढ़ और सुंदरगढ़ में सुबह-सुबह मतदान किया, जहां से वे मैदान में उतरे हैं।
ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव चार चरणों में एक साथ हो रहे हैं।