पाकिस्तान के ख़ुफ़िया विभाग के पूर्व प्रमुख ऐज़ाज़ शाह ने संसदीय मामलों के मंत्री के तौर पर शपथ ली है। शाह ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में संरक्षण दिया था। जिओ न्यूज़ के मुताबिक ऐज़ाज़ शाह को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने गोपनीयता की शपथ दिलवाई है।
इमरान खान की पार्टी पीटीआई और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के व अन्य विपक्षी पार्टियों के बीच इस कदम से मतभेद उत्पन्न हो गया है। पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो ने आरोप लगाया कि ऐज़ाज़ शाह उन लोगों में शुमार था जिन्होंने उन्हें मारने की साजिश रची थी।
9/11 आतंकी हमले का साजिशकर्ता
ऐज़ाज़ शाह पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के विश्वासपात्र थे। साथ ही उन पर अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में संरक्षण करने का आरोप है। 9/11 आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले ओसामा बिन लादेन अमेरिका में मोस्ट वांटेड है।
साल 2012 की रिपोर्ट, द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने पूर्व आईएसआई चीफ जनरल ज़िआउद्दीन बट के हवाले से कहा था कि “शाह ने अब्बोटाबाद में एक परिसर में तीन मज़िल दीवार के निर्माण के हुक्म दिए थे। साल 2011 में इसी इलाके में अमेरिकी सेना ने लादेन को मार गिराया था।
उन्होंने कहा कि “मुझे पूरा यकीन है कि परवेज़ मुशर्रफ की पूरी जानकारी साथ ही ऐज़ाज़ शाह ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में रखा था।” हालाँकि शाह ने इन आरोपों को खारिज किया है।
शाह का राजनीतिक सफर
शाह ने साल 2004 से 2008 तक पाकिस्तानी की आईबी के डायरेक्टर जनरल का पदभार संभाला था। पाकिस्तान तहरीक ए इन्साफ के एनए-118 क्षेत्र के टिकट से विधानसभा का चुनाव जीता था। पीपीपी के नेता सईद खुर्शीद शाह ने डॉन के हवाले से इमरान खान पर आरोप लगाया कि “पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के जहन में संसद के लिए कोई इज्जत नहीं है। ऐज़ाज़ शाह का मंत्री पद की शपथ लेना संसद की गैर जरुरत और उसे नीचा दिखाता हैं। शाह को मंत्री पद पर बैठना विपक्ष को भड़काना है।
पीपीपी के नेता के अनुसार शाह को परवेज़ मुशर्रफ के विकल्प के तौर पर सत्ता में लाया गया है, जो अभी दुबई में रहते हैं।