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    चीनी विदेश मंत्री

    बीजिंग, 30 जून (आईएएनएस)| जापान के ओसाका में 27 से 29 जून तक हुए 14वें जी-20 शिखर सम्मेलन पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सम्मेलन में हिस्सा लेकर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और साझे भाग्य वाले समुदाय की रचना करने, विश्व अर्थतंत्र और प्रशासन के लिए दिशा स्पष्ट की है।

    चीन ने इन मुद्दों पर जिम्मेदार देश की भूमिका निभाई। शी चिनफिंग की यह यात्रा चीन की व्यापक कूटनीति का एक सफल अभ्यास है। ओसाका यात्रा की समाप्ति पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पत्रकारों से कहा कि इस बार का जी-20 शिखर सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति के जटिल होने के समय में आयोजित हुआ है।

    ओसाका के दो दिनों में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने क्रमश: 20 से अधिक गतिविधियों में भाग लिया। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान शी चिनफिंग ने विभिन्न पक्षों से यथार्थ नियमों का सम्मान कर विकास के साथ-साथ सुधार और नवाचार पर डटे रहने का आह्वान किया।

    चीन-अफ्रीका शिखर वार्ता, ब्रिक्स देशों की भेंटवार्ता और चीन-रूस-भारत नेताओं की भेंटवार्ता में भाग लेते समय शी चिनफिंग ने संयुक्त राष्ट्र के केंद्र वाले अंतर्राष्ट्रीय कानून पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय तंत्र की रक्षा करने, विश्व व्यापार संगठन के केंद्र वाले नियम पर आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की रक्षा करने, स्वतंत्र व्यापार को आगे बढ़ाने, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के लोकतांत्रीकरण और खुलेपन विश्व अर्थतंत्र का निर्माण को आगे बढ़ाने की अपील की।

    वांग यी ने कहा, “चूंकि अमेरिका ने सिलेसिलेवार एकतरफावादी और संरक्षणवादी कार्रवाइयां कीं, जिन्होंने चीन के न्यायपूर्ण कानूनी हितों को नुकसान पहुंचाया है। इसलिए चीन को विवश होकर बदले में कार्रवाइयां भी करनी पड़ीं। वर्तमान शिखर सम्मेलन के दौरान शी चिनफिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के निमंत्रण पर द्विपक्षीय संबंधों के विकास के मौलिक सवालों पर चीन के रुख पर प्रकाश डाला और हालिया अहम चुनौतियों को लेकर बातचीत की। दोनों ने समानता और आपसी सम्मान के आधार पर आर्थिक और व्यापारिक वार्ता की बहाली की घोषणा की, जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और वैश्विक बाजार को सकारात्मक संकेत दिया है।”

    उन्होंने कहा, “इस बार के सम्मेलन के दौरान चीन और जापान के नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर दस सहमतियां बनाईं। साथ ही शी चिनफिंग ने दक्षिण कोरिया, फ्रांस और जर्मनी के नेताओं ने समान रुचि वाले सवालों पर भी बातचीत की।”

    वांग यी ने कहा, “इस जून माह में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने क्रमश: चार बार विदेश यात्राएं कीं, जो चीन की कूटनीतिक इतिहास में रिकॉर्ड है। हाल में विश्व परिस्थिति में अनिश्चितता और अस्थिर तत्व फैल रहे हैं। चीन को सतर्क रहकर सक्रिय रूप से चीनी विशेषता वाली कूटनीति के निर्माण के लिए संघर्ष करना चाहिए।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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