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    नई दिल्ली, 27 अप्रैल| देश में बुनियादी स्तर पर विश्वस्तरीय फिटनेस ट्रेनिंग को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स फिजिकल एजुकेशन फिटनेस एंड लीजर स्किल्स काउंसिल (एसपीईएफएल-एससी) ने यूरोप एक्टिव (ईए) वर्क फोर्स डेवलपमेंट के साथ शनिवार को एक करार पर हस्ताक्षर किया।

    इस करार का मकसद फिटनेस प्रोफेशनल का नेशनल रजिस्टर तैयार करना है ताकि रोजगार योग्य कार्यबल के विकास और देश के वर्तमान प्रशिक्षण संस्थानों की सांस्थानिक क्षमता विकास के लिए एकजुट प्रयास किए जा सकें।

    खेल व युवा मामलों के मंत्रालय में खेल सचिव राधे श्याम जुलानिया ने इस करार पर हस्ताक्षर होने के बाद कहा कि 2024 ओलम्पिक में 50 पदक जीतना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है और इस उनके इस सपने को पूरा करने के लिए स्पोर्ट्स फिटनेस पर जमीनी स्तर पर ध्यान देने की जरूरत है।

    जुलानिया ने फिटनेस की अहमियत बताते हुए कहा, “फिटनेस हमेशा से खेल का अभिन्न हिस्सा रहा है। आगामी ओलम्पिक खेलों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में बेहतर प्रदर्शन की हमारी रणनीति के तहत हम स्पोर्ट्स फिटनेस पर जोर दे रहे हैं। आज के समय में इसमें बड़े नीतिगत बदलाव करने होंगे और कई ठोस कदम उठाने होंगे। प्रशिक्षण केंद्रों और कोचों के कार्य करने के तरीकों का मानकीकरण करना होगा। इससे हम खुद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर बरकरार रख पाएंगे और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुकाबले में आगे आएंगे।”

    स्पोर्ट्स फिटनेस एक देशव्यापी कार्यक्रम है। बड़े आयोजनों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए यह महत्वपूर्ण संसाधन होगा क्योंकि उन्हें सर्टिफाइड स्पोर्ट्स फिटनेस एक्सपर्ट से विश्वस्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा, जो उनकी पसंद के खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए उन्हें चाहिए।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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