Sat. Nov 23rd, 2024
    शीतकालीन ओलंपिक उत्तर कोरिया संकट

    दक्षिण कोरिया ने अगले साल होने वाले शीतकालीन ओलंपिक की वजह से अमेरिका को संयुक्त सैन्य अभ्यास को देरी से करने का प्रस्ताव दिया है।

    दरअसल दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन को आशा है कि अगले साल दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग काउंटी में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक से उत्तर कोरिया के साथ परमाणु तनाव कम हो सकता है। इस ओलंपिक में उत्तर कोरिया के एथलेटिक्स के आने की भी संभावना है।

    ऐसे में राष्ट्रपति मूनजे-इन चाहते है कि अमेरिका के साथ उसी समय होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास को देरी से शुरु किया जाए। ताकि उत्तर कोरिया को भी इस ओलंपिक से किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।

    गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया अगले साल 9 फरवरी से लेकर 25 फरवरी तक प्योंगचांग में शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी करेगा। जिसके बाद 9 मार्च से पैरालंपिक भी शुरू होगा।

    वहीं अमेरिकी सेना के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास भी आम तौर पर फरवरी के अंत या मार्च महीने के प्रारंभ में शुरू हो जाती है जो अप्रैल के अंत तक चलती है। इसी वजह से दक्षिण कोरिया ने अमेरिका को इस सैन्य अभ्यास को बाद में करवाने का प्रस्ताव भेजा है।

    उत्तर कोरिया सीमा से कुछ दूरी पर होगा आयोजन

    शीतकालीन ओलंपिक वाली जगह उत्तर कोरिया सीमा के महज 80 किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित है। अगर दक्षिण कोरिया व अमेरिका इस सैन्य अभ्यास करते है तो उत्तर कोरिया आक्रमण भी कर सकता है।

    दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून-जे-इन ने अमेरिकी टेलीविजन चैनल एनबीसी से कहा कि दोनों सहयोगी देश संयुक्त सैन्य अभ्यास को स्थगित करने पर विचार कर रहे है।

    राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने अमेरिका को इसके बारे में प्रस्ताव दिया है और अमेरिका अब इसकी समीक्षा कर रहा है। हालांकि ये सब इस पर निर्भर करेगा कि उत्तर कोरिया कैसा व्यवहार करता है। राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई है कि शांतिकालीन ओलंपिक की वजह उत्तर कोरिया के साथ जारी तनाव कम हो सकता है।

    उत्तर कोरिया ने नहीं दिए अभी तक शामिल होने के संकेत

    शीतकालीन ओलंपिक के लिए खेल आयोजक व सियोल तो काफी उत्साहित नजर आ रहा है लेकिन दक्षिण कोरिया में खेल आयोजनों में उत्तर कोरिया की भागीदारी कोरियाई प्रायद्वीप पर राजनीतिक और सैन्य स्थिति पर निर्भर है। अभी तक शीतकालीन ओलंपिक के लिए उत्तर कोरिया ने अपने एथलीटों को भेजने का कोई संकेत नहीं दिया है।

    राष्ट्रपति मून-जे-इन ने कहा कि प्योंगचांग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में आने वाले विदेशी पर्यटकों को अपनी सुरक्षा के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। वहीं दक्षिण कोरिया में विपक्षी पार्टी ने कहा कि सरकार शौकिया खेलों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल रही है।