कोरियाई प्रायद्वीप पर पिछले काफी समय से स्थिति नाजुक थी। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया लगातार एक दुसरे को युद्ध की धमकी देते आये हैं। हालाँकि अब दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य होनें की आशा है। आगामी शीतकालीन ओलंपिक्स में दोनों कोरियाई देश एक झंडे के सामने परेड करेंगे।
आपको बता दें कि इससे पहले साल 2006 में दोनों देशों नें मिलकर शीत ओलंपिक्स में हिस्सा लिया था। इसके बाद 2007 में एशियन खेलों में भी दोनों देशों नें मिलकर हिस्सा लिया था। इसके बाद हालाँकि दोनों देशों तनाव बढ़ गया था। हाल के समय में उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षणों की वजह से ना सिर्फ कोरिया में बल्कि पुरे विश्व में खौफ का माहौल है।
उत्तर कोरिया के इस नए फैसले का सभी देशों में समर्थन किया है। अमेरिका नें कहा है कि उत्तर कोरिया को इन खेलों से स्वतंत्रता का पता चलेगा। अमेरिका का मानना है कि उत्तर कोरिया को बहुत जल्द आभास हो जाएगा कि उसे परमाणु रवैया छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए।
अमेरिका की ओर से कहा गया, “हमारा मानना है कि इस फैसले के जरिये उत्तर कोरिया के प्रशासन को आभास होगा कि उन्हें अपने परमाणु अहंकार को त्याग देना चाहिए। हम इसपर लगातार नजर बनाये हुए हैं और देखना चाहते हैं कि आगे क्या होगा।”
जाहिर है उत्तर कोरिया के इस फैसले से सबसे ज्यादा राहत अमेरिका को मिली है। अपने परमाणु परीक्षणों के जरिये उत्तर कोरिया लगातार अमेरिका और उसके साथी देशों को धमकी दे रहा था। अमेरिका की और से भी लगातार उत्तर कोरिया पर जवाबी हमले किये जा रहे थे। हालाँकि अब दोनों देशों के बीच रिश्तों में कुछ सुधार देखने को मिल सकता है।