चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो भारत में अपना दूसरा शोध एवं विकास (आरएंडडी) केंद्र खोलने की तैयारी में है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि कंपनी की योजना अगले तीन वर्षो में विश्व स्तर पर अनुसंधान और विकास में सात अरब डॉलर का निवेश करने की है।
वर्तमान में कंपनी का एक आरएंडडी सेंटर हैदराबाद में स्थित है और दूसरा बेंगलुरू में खुल सकता है।
ओप्पो के उपाध्यक्ष और ग्लोबल सेल्स के प्रेसीडेंट एलिन वू ने कहा, “भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम भारत में दूसरा आरएंडडी सेंटर खोलने की सोच रहे हैं।”
कंपनी के ‘आईएनएनओ डे 2019’ कार्यक्रम से इतर वू ने आईएएनएस से कहा, “राजस्व की बात करें तो हम भारत में अच्छा कर रहे हैं। हमने भारत में 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी है और वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा बढ़ जाएगा। मैं प्रदर्शन से खुश हूं।”
ओप्पो के सीईओ व संस्थापक टोनी चेन ने कहा कि कंपनी 5जी/6जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), आग्मेंटेड रियल्टी (एआर), बिग डेटा और अन्य दूसरी प्रौद्योगिकियों के अतिरिक्त हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर में कोर टेक्नोलॉजी को विकसित करने के लिए शोध व अनुसंधान पर सात अरब डॉलर की राशि निवेश करेगी।
चेन ने कहा, “5जी व एआई की अपनाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, इंटेलीजेंट कनेक्टिविटी की पहुंच बढ़ रही है। हमारा मानना है कि कनेक्शन की अवधारणा सिर्फ नींव है, जबकि चीजों का इंटीग्रेशन व कनवर्जेस भविष्य होगा।”
इंटेलिजेंट कनेक्टिविटी के काल के लिए इनसाइट व पहल का खुलासा करते हुए ओप्पो ने कई तरह के स्मार्ट उपकरणों, जिसमें स्मार्ट वॉच, स्मार्ट हेडफोन, 5 सीपीई व एआर ग्लासेज को प्रदर्शित किया है।
चेन ने कहा, “इंटेलिजेंट कनेक्टिविटी की अवधारणा में चार मुख्य भागों से मिलकर बनी है। इसमें कनवर्जेस ऑफ टेक्नोलॉजी, कनवर्जेस ऑफ कल्चर व कनवर्जेस ऑफ टेक्नोलॉजी, कला व मानविकी शामिल हैं।”
वू ने कहा कि भारत जैसा देश कंपनी के लिए हमेशा महत्वपूर्ण रहा है।
उन्होंने कहा, “ढेर सारे काम अभी करने हैं। हम भारत पर बराबर नजर रखे हुए हैं, क्योंकि हम वहां अपनी सेवाएं बढ़ा रहे हैं।”
मार्केट रिसर्च फर्म, आईडीसी के अनुसार, भारत के स्मार्टफोन बाजार में तीसरी तिमाही में ओप्पो की हिस्सेदारी 11.8 प्रतिशत रही है।
कंपनी ने कहा कि वह 2020 के पहली तिमाही में स्मार्टवॉच, स्मार्ट वायरलेस हेडफोन व 5जी सीपीई (कस्टमर-प्रोवाइडेड इक्यूपमेंट) लॉन्च करेगी।