भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस्लामिक सहयोग संगठन के सम्मेलन में शरीक होने के लिए अबू दाभी पंहुच गयी हैं। सुषमा स्वराज इस सम्मेलन में बतौर मुख्य अथिति शामिल होंगी। पाकिस्तान भी इस सम्मलेन में शिरकत करेगा। इससे पूर्व भारत के इस प्रोग्राम में शामिल के कारण पाकिस्तान ने इसमें शामिल होने से इंकार दिया था।
भारत के इस्लामिक दोस्त
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि “भारत की इस्लामी मुल्कों के साथ दोस्ती को देखते हुए सुषमा स्वराज इस इस सम्मेलन में शरीक हुई हैं। विदेश मंत्री को यूएई के विदेश मंत्री एचएन शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नाहयान ने बतौर मुख्य अथिति के तौर पर निमंत्रण दिया था।”
पाकिस्तान ने ओआईसी के महासचिव को पत्र लिखकर इस सम्मेलन का बहिष्कार करने की धमकी दी थी। हालाँकि इस्लामाबाद ने इस बाद कहा कि वह इस संगठन का संस्थापक सदस्य है और इस नाते वह इस कार्यक्रम में शरीक होगा व अपना पक्ष रखेगा।
तनाव कम करने की गुजारिश
इससे पूर्व अबू दाभी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से फ़ोन पर बातचीत की थी और दोनों मुल्कों से तनाव के हालातों को काम करने की गुजारिश की थी।
बाद में पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और राजौरी सेक्टर में कुछ बम गिराए, जिसके बाद उनके एक लड़ाके को गोली मार दी गई। भारत ने कहा कि बुधवार सुबह जम्मू-कश्मीर में एफ -16 लड़ाकू विमान को मार गिराया।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 मिराज और 200 लड़ाकू विमानों से आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया है। भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादियों के ठिकानों पर 1000 किलोग्राम के बम गिराए और उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया था।