भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा आने वाले 7 एकदिवसीय मैच जो की ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जाएंगे, अगर उसमें अंबाती रायडू प्रदर्शन करते है तो, वह भारतीय टीम के लिए नंबर चार पर खेलने के हकदार है।
रायडू का आईपीएल 2018 सत्र बहुत बहतरीन रहा था, जिसके वजह से वह भारतीय टीम से दोबारा वापसी कर पाए थे। औऱ वह एशिया कप के दौरान भी भारत की तरफ से यूएई में बहतरीन खेल दिखाते आए थे। लेकिन गांगुली का मानना है उन्हें टीम में अपनी स्थिति बरकरार रखने के लिए विदेशी सरजमीं पर भी रन मारने होंगे।
गांगुली का कहना है विश्वकप इंग्लैंड में आयोजित होना है और इसके लिए उन्हे दिखाना होगा की वह भारतीय टीम से नंबर चार पर खेलकर विदेशी सरजमीं पर भी रन मार सकते है।
” मैं शिखर धवन की फार्म को लेकर चिंतित नही हूं क्योकि वह टी-20 में अच्छे फॉर्म में दिखाई दिए थे। लेकिन में अंबाती रायडू के बारे में चिंतित हूं। उन्होनें उप-महाद्वीप में रन बनाए है लेकिन भारत यह देखना चाहता है कि क्या वह उप-महाद्वीप के बाहर रन बना सकते हैं, क्योंकि विश्वकप इंग्लैंड में होना है। वह नंबर चार के अलावा हर जगह बल्लेबाजी कर सकते है।
गांगुली ने इंडिया टीवी के शो क्रिकेट की बात पर कहा ” यह सारे मैच जो ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले जाएंगे उनके लिए महत्वपूर्ण है और इससे यह पता लगेगा की क्या वह नंबर चार पर बल्लेबाजी कर सकते है कि नही।”
गांगुली ने आगे कहा,” मैं तब तक यकीन नहीं कर सकता जब तक रायडू स्कोर नही कर सकता। विराट ने इससे पहले दावा किया था जो नंबर-4 पर बल्लेबाजी करेगा उसे रन बनाने चाहिए। रायडू को खेलने की अनुमति देना अनिवार्य है ताकि वह नंबर चार पर बल्लेबाजी करना का हल निकाल सके।”
उन्होंने इस तथ्य पर भी जोर दिया कि महेंद्र सिंह धोनी नंबर 4 पर नहीं आ सकते क्योंकि रायडू को वहां बल्लेबाजी करनी है और सिडनी में धोनी का धीमा प्रदर्शन उन्हें अभी तक चिंतित नहीं करता है।
” धोनी का स्ट्राइक रेट कुछ समय के लिए ऐसा रहा है। इंंग्लैंड में भी उन्होने इसी प्रकार बल्लेबाजी की थी। पिछले मैच में परिस्थितिया कुछ अलग थी, और उन्हे इसी तरह से बल्लेबाजी करनी पड़ी थी। लेकिन इन बड़ी साझेदारी करने के बाद आप इस तरह आउट होते हो वह थोड़ा निराशाजनक था।
लेकिन मैं उनके लिए अभी चिंतित नही हूं अभी एक ही मैच खेला गया है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के मैच उनके लिए भी महत्वपूर्ण होंगे।”