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    पीवी सिंधु

    यदि आपने पिछली बार पीवी सिंधु को अंतिम दो सत्रों में एक प्रमुख बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में देखा- तो खिताब पर कब्जा करने की खोज अभी भी समाप्त नही हुई है।

    2016 में ओलंपिक खेलने के बाद, सिंधु ने दो सुपर सीरीज़ फ़ाइनल, कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स चैंपियनशिप के फाइनल में भी जगह बनाई थी। जिसके बाद साल के अंत में उन्होने बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट के खिताब पर कब्जा किया। बड़े टूर्नामेंट की यह अनुभवी खिलाड़ी अब रविवार को आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में खेलते दिखाई देगी।

    अपनी पूरी शिद्दत के साथ, सिंधु ने दुनिया भर में बैडमिंटन के बिगुल बजाने पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कोच गोपीचंद और सिंधु ने खुद ही इस बार बिग ऑल ई को निशाना बनाने के इरादे से मुखर रूप से आवाज उठाई है, यहां तक कि एक भारतीय विजेता का इंतजार अपने 18 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है।

    ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के दोनो पूर्व विजेताओ का मानना है कि साल 2019 में भारत की तरफ से एक स्टार और उज्जवल होगा- क्योंकि उन्होने बर्मिंघम में सिंधु को उपविजेता के रूप में देखा था। प्रकाश पादुकोण जो 1980 में भारत की तरफ से पहले ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप विजेता रहे ते उनका मानना है कि इस साल बड़े टूर्नामेंट के लिए सिंधु की अच्छी तैयारी है। उन्होने कहा, ” मैं इस साल ऑल इंग्लैंड में उसका खेल देखने के लिए उत्सुक हूं। टूर्नामेंट खेलने के बिना उसे काफी लंबा ब्रेक मिला। जब भी उसने ऐसा किया है – 3-4 सप्ताह का अच्छा प्रशिक्षण, तो वह अच्छा है, चाहे वह ओलंपिक हो या विश्व। यह काफी लंबी प्रशिक्षण अवधि है और वह अच्छी तरह से निर्माण करती है।” उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत आत्मविश्वास महसूस करना चाहिए।

    कोच गोपीचंद, दिसंबर से एक दुर्लभ गैर-आसन सीसा में, ने आवाज उठाई है कि पीवी सिंधु इस साल आल-इंग्लैंड का खिताब जीतेगी। गोपीचंद ने इस खिताब पर साल 2001 में कब्जा किया था। जिसके बाद से अबतक भारत का कोई खिलाड़ी इस खिताब पर कब्जा नही कर पाया है। उन्होने कहा, ” सिंधु ने अच्छी तैयारी की है, और ऑल इंग्लैंड के कोर्टस् अच्छे है मुझे उम्मीद है इस बार टूर्नामेंट हमारे लिए अच्छा होगा।”

    सिंधु के लिए ड्रॉ क्यों मायने नही रखता

    हर कोई एक अच्छे ड्रॉ से प्यार करता है, लेकिन पीवी सिंधु ने आसान या कठिन विपक्षी खिलाड़ियो से खेल-खेलकर आदत बना ली है। सिंधु पिछले साल पांच अलग-अलग टूर्नामेंट के फाइनल तक पहुंची थी और आखिरी में दिसंबर में उन्होने वर्ल्ड टूर का फाइनल मुकाबला जीत खिताब पर कब्जा किया था। तो अब सिंधु के पास इतने फाइनल मुकाबलो का अनुभव है तो उनके लिए ड्रॉ अब मायने नही रखता। आल इंग्लैंड चैंपियनशिप के अपना ओपनर मुकाबले में सिंधु दक्षिण-कोरिया की सुंग जी ह्युन से भिड़ेगी।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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