तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि “रूस की एस-400 रक्षा प्रणाली का पहला भाग अंकारा को शुक्रवार को डिलीवर हो चुका है।” रूस की प्रणाली को खरीदने का ऐलान तुर्की और नाटो सहयोगी अमेरिका के लिए तनाव बढ़ने का स्त्रोत हो सकता है।
अमेरिका ने तुर्की को यह कदम न उठाने की चेतावनी दी थी इससे द्विपक्षीय संबंधों में खटास आ सकती है। अमेरिका के राज्य विभाग की प्रवक्ता ने प्रतिकार में कहा रहा कि “एस 400 रक्षा प्रणाली को खरीदने के लिए अंकारा को नकारात्मक और वास्तविक परिणाम भुगतने होंगे।”
तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “अमेरिकी राज्य विभाग के मॉर्गन ओर्टागुस का बयान जी-20 में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच बातचीत के तहत और अनुकूल नहीं है।” बीते महीने ओसाका में डोनाल्ड ट्रम्प और रिचप तैयप एर्दोगन ने मुलाकात की थी।
ओसाका में डोनाल्ड ट्रम्प के साथ मुलाकात के बाद तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा था कि “एस-400 खरीदने पर अंकारा पर प्रतिबन्ध थोपने का अमेरिका का कोई प्लान नहीं है।” ट्रम्प ने कहा कि “तुर्की निष्पक्षता से व्यवहार नहीं कर रहा है, प्रतिबंधों को नजरंदाज़ नहीं किया जा सकता है।”
अमेरिका ने कहा कि “एस 400 नाटो के रक्षा नेटवर्क के अनुकूल नहीं है और वह अपने लॉकहीड मार्टिन एफ-35 स्टील्थ लडाकू विमानों के साथ समझौता कर सकते हैं।” इस एयरक्राफ्ट के निर्माण के लिए तुर्की मदद कर रहा है और खरीदने की योजना बना रहा है।
तुर्की को एफ-35 कार्यक्रम से वास्ता खत्म करना पड़ सकता है और अन्य अमेरिका प्रतिबन्ध थोप जा सकते हैं। वांशिगटन ने पहले ही अमेरिका में प्रशिक्षण ले रहे तुर्की पायलटो को वापस भेज दिया है।
एर्डोगन ने इस माह के शुरुआत में कहा था कि “रूस के साथ समझौता हो चुका है और अब इसमे कोई बदलाव नहीं होगा। एस-400 के समझौते से पलटने का कोई सवाल ही पैदा ही नहीं होता है। यह समझौते हो चुका है। तुर्की और रूस मिलकर एस-500 रक्षा प्रणालियों का उत्पादन करेंगे।”